देश की प्रथम राष्ट्रवादी पत्रिका ‘पाञ्चजन्य’ और ‘ऑर्गनाइजर’ द्वारा आयोजित मीडिया महामंथन 2022 के दूसरे सत्र में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हुए। सत्र का संचालन पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर ने किया। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कई सवालों के खुलकर जवाब दिए।
सवाल : राज्य के पलायन और रोजगार के अवसरों पर आप क्या सोचते हैं?
जवाब : बहुत योजनाएं हैं जिन्हें धरातल पर उतारा जा रहा है। इनसे युवाओं को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी, जो स्वावलंबन के बारे में सोचते हैं, हमारा प्रदेश उसी दिशा में आगे बढ़ रहा है। पर्यटन, बागवानी एवं अन्य क्षेत्रों में अवसर निकल रहे हैं। हम स्वयं सहायता समूह को प्रमोट कर रहे हैं जो लाखों लोगों को जोड़ने का काम कर रहा है।
सवाल : धामों के अलावा अन्य जगह की सड़कों का विकास नहीं हुआ है?
जवाब : ऐसा नहीं है केदारनाथ के आस-पास के क्षेत्रों की सड़कों का विकास किया जा रहा है। चार-धाम को जोड़ने वाली सड़कों को दुरुस्त किया जा रहा है।
सवाल : उत्तराखंड अपराधियों के लिए छिपने की जगह बन गया है?
जवाब : कानून तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। अपराधियों के लिए हमारे राज्य में कोई जगह नहीं है।
सवाल : राज्य में रोहिंग्याओं की संख्या बढ़ी है?
जवाब : शपथ के बाद ही सरकार ने एक स्पेशल ड्राइव के तहत ऐसे लोगों को चिन्हित किया और जरूरी कार्रवाई की जा रही है। ऐसे लोगों पर भी नजर है जो अन्य राज्यों से आकर यहां बसते हैं। मतांतरण कानून को भी सख्ती से लागू किया जा रहा है।
सवाल : क्या आप राज्य में समान नागरिक संहिता कानून बनाएंगे?
जवाब : उत्तराखंड देवभूमि है, गंगा-जमुना, धर्म एवं अध्यात्म का केंद्र है। राज्य से दो अंतरराष्ट्रीय सीमाएं लगी हुई हैं। हर परिवार का कम से कम एक सदस्य सेना में है। समान नागरिक संहिता का कानून बनाने और लागू करने के लिए एक कमेटी का गठन किया है। हम बहुत जल्द ही इस कानून को लाएंगे और लागू करेंगे। बाकी राज्यों को भी इसे लागू करना चाहिए।
सवाल : देवभूमि में अतिक्रमण के मामले बढ़े हैं। कई अवैध मजारें बनाई जा रही हैं?
जवाब : मैं बेशक मीठा बोलता हूं, लेकिन काम सख्ती से करता हूं। किसी भी तरह का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सवाल : डबल इंजन की सरकार में आप और राज्य कैसा महसूस कर रहे हैं?
जवाब : जनता ने हमें पूर्ण बहुमत देकर सारे मिथकों को तोड़ा है। चुनाव में हमने अपनी बात लोगों के पास रखी थी। हम राष्ट्रवाद और विकास के साथ आगे बढ़ेंगे।
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