मुंबई के बहुचर्चित शीना बोरा हत्या मामले की मुख्य आरोपित इंद्राणी मुखर्जी शुक्रवार शाम साढ़े 5 बजे भायखला महिला जेल से जमानत मिलने बाद तकरीबन 6 साल बाद जेल से बाहर निकली। अपनी वकील सना रईस के साथ वर्ली स्थित अपने फ्लैट की ओर रवाना हुई।
इंद्राणी को 6 साल पहले खुद अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। तब से जमानत नहीं हो सकी थी। सर्वोच्च न्यायालय से बुधवार को जमानत मिलने के बाद शुक्रवार को दो लाख रुपये भरने पर जेल से रिहा किया गया है। जेल से निकलने के बाद इंद्राणी मुखर्जी ने पत्रकारों से कहा कि वह बहुत खुश है।
इंद्राणी मुखर्जी पर बेटी शीना बोरा (24) की अप्रैल 2012 में हत्या करने का आरोप है। इस मामले का खुलासा हत्या के तीन साल बाद 21 अगस्त, 2015 को इंद्राणी के पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय ने पुलिस के समक्ष किया था। श्यामवर राय को पुलिस ने अवैध पिस्तौल रखने के जुर्म में गिरफ्तार किया था, उसी समय पूछताछ में शीना बोरा हत्या मामले की जानकारी पुलिस को दी थी। राय ने दावा किया था कि पूर्व मीडिया कार्यकारी और मीडिया कारोबारी पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी मुखर्जी ने अपने पूर्व पति संजीव खन्ना की मदद से कार में अपनी बेटी शीना का गला घोंट दिया था। इसके बाद पुलिस ने इंद्राणी, पीटर मुखर्जी तथा संजीव खन्ना को भी गिरफ्तार किया था। इस मामले को राज्य सरकार ने सितंबर 2015 में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को स्थानांतरित कर दिया गया था।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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