अभी राहुल गांधी को मेवाड़ वागड़ की धरती से भारत जोड़ो का नारा दिए दो दिन भी नहीं हुए हैं। उसी धरती से कांग्रेस के भीतर ही असंतोष के सुर उठ गए हैं। यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और डूंगरपुर से कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस्तीफा भिजवाया है।
बुधवार को मीडिया से मुखातिब होकर विधायक गणेश ने कहा कि सत्तारूढ़ दल के विधायक होने के बावजूद उनकी बातों की अनदेखी के कारण उन्होंने इस्तीफा दिया है।उन्होंने कहा कि जनता की आवाज उठाने पर प्रशासन उनकी आवाज को दबाने में लगा है। घोघरा ने जिला प्रशासन को आड़े हाथों लिया। उन्होंने पुलिस और प्रशासन पर आरोप लगाए कि जनता की आवाज उठाने पर उनके खिलाफ केस दर्ज किए जा रहे हैं।
घोघरा ने कहा कि पुलिस प्रशासन उनके खिलाफ कितने भी केस दर्ज कर ले, लेकिन वे जनता की आवाज को नहीं दबने देंगे। आज सरकार में अधिकारी हावी हो रहे हैं। आधी रात को तहसीलदार को घर से उठाकर मुकदमे दर्ज करवाए जा रहे हैं। लोगों को सालों से उनकी जमीन और घर का अधिकार नहीं मिला था। उसी को देखते हुए सरकार ने प्रशासन गांवों के संग अभियान शुरू किया था। डूंगरपुर का जिला प्रशासन आदिवासियों के हकों को मारने में लगा है। उन्होंने राज्य सरकार से जिला कलेक्टर, एसपी, एडीएम और एसडीएम को हटाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि सुरपुर पंचायत में प्रशासन गांवों के संग अभियान के तहत 17 मई को लगे फॉलोअप शिविर में घोघरा और ग्रामीणों ने डूंगरपुर एसडीएम, तहसीलदार और कई अफसरों को कमरे में बंद कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने विधायक घोघरा समेत 60 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था।
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