देसी गाय से मिली समृद्धि
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत बिहार

देसी गाय से मिली समृद्धि

पटना के समीप चल रही एक गोशाला में केवल देसी गायें पाली जाती हैं

by WEB DESK
May 18, 2022, 11:41 am IST
in बिहार
गोशाला में एक गाय के साथ विनोद सिंह

गोशाला में एक गाय के साथ विनोद सिंह

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पटना के समीप चल रही एक गोशाला में केवल देसी गायें पाली जाती हैं। यहां प्रतिदिन 200 लीटर दूध का उत्पादन होता है। यहां के दूध और घी की मांग इतनी है कि गोशाला संचालक उसे पूरा नहीं कर पा रहे

पटना के विनोद सिंह पारंपरिक उपाय द्वारा समाज को समृद्ध करने में जुटे हैं। वे न केवल देसी प्रजाति वाली गायों को बचा रहे हैं, बल्कि लोगों को शुद्ध दूध और घी भी उपलब्ध करा रहे हैं। उनकी गोशाला पटना जिले के बिहटा-सरमेरा पथ पर कन्हौली के समीप बिशनपुरा गांव में अवस्थित है। 50 बीघे में फैली इस गोशाला में गिर नस्ल की 150 से अधिक गायें हैं। यहां से अत्याधुनिक वाहन से पटना के सैकड़ों घरों तक 140 रु़ प्रति लीटर की दर से दूध पहुंचाया जा रहा है। वहीं, घी की कीमत 4,800 रु़ प्रति किलोग्राम है।

यह गोशाला पांच वर्ष पहले शुरू हुई है। इसके पीछे एक कहानी है। जैसा कि प्रत्येक घर में होता है, रात में मां अपने बच्चों के सामने दूध का गिलास रखकर जबरदस्ती पीने के लिए कहती है। विनोद के साथ भी यही होता था। उनकी मां उन्हें एक गिलास दूध देती थी। उस दूध को उन्हें पीना ही पड़ता था। वह दूध गाय का होता था। उनके घर पर कई देसी गायें थीं। उनकी मां दूध में कभी चीनी नहीं मिलाती थीं, फिर भी दूध बहुत मीठा होता था। विनोद कहते हैं, ‘‘जब बड़े हुए तो जीवन में कई बदलाव हुए।

‘नंदिनी सदस्यता’ के तहत सदस्य बनने वाले को 2,00,000 रु़ देने होते हैं। इसमें 4 साल तक प्रतिदिन एक लीटर दूध दिया जाता है। अगर कोई 4,00,000 रु. की सदस्यता लेता है तो उसे 4 साल तक एक लीटर दूध और इतने ही साल तक एक किलो घी दिया जाता है। 

उस बदलाव में दूध भी शामिल था। पहले पैकेट का और फिर जर्सी गाय का दूध, लेकिन इनमें वह स्वाद नहीं था, जो बचपन में मां द्वारा दिए गए दूध में होता था। इन सबको देखते हुए मैंने देसी नस्ल की गाय पालने का संकल्प लिया। चार वर्ष पूर्व घर पर एक गाय पाली और उसके दूध का सेवन करने लगे, पर उसी समय लगा कि देसी गाय का दूध समाज के अन्य लोगों को भी मिले। फिर मन में आया कि देसी गाय के पालन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।’’ उन्होंने इसी संकल्प के साथ 8 मार्च, 2017 को बिशनपुरा में 25 देसी गायों से गोशाला की शुरुआत की। प्रारंभ में विनोद लोगों के बीच घूम-घूम कर बताते थे कि गाय का दूध अमृत के समान होता है, पर बाजार में उपलब्ध मिलावटी दूध एक प्रकार से विष के बराबर है। लेकिन उनके इस पुनीत कार्य को बदनाम करने के लिए मिलावटी दूध का कारोबार करने वालों ने गोशाला के बारे में दुष्प्रचार करना शुरू कर दिया। लेकिन विनोद इस पर ध्यान न देकर अपने संकल्प को पूरा करने में लगे रहे। धीरे-धीरे उनका प्रयास रंग लाने लगा। देसी गाय को बचाने के अभियान में देश के कोने-कोने से लोग जुड़ने लगे।

इस अनूठी गोशाला का सदस्य बनकर कोई भी गोसेवा कर सकता है, परंतु कुछ शर्तों के साथ। सिर्फ सनातनी लोग ही गोशाला के सदस्य बन सकते हैं। उन्हें साल में दो बार गोसेवा के लिए गोशाला आना होता है। साथ ही गायों के रखरखाव के लिए सेवा शुल्क देना पड़ता है। संस्था की ओर से 14,000 रु़ में ‘गोपाल सदस्यता’ दी जाती है, जिसके तहत 200 दिन तक आधा लीटर दूध हर रोज उपलब्ध कराया जाता है।

‘ब्लेसिंग मेंबरशिप’ के तहत 91,000 रु़ देने होते हैं, जिसके बदले में एक लीटर दूध 700 दिन तक मिलता है। अगर किसी को शुद्ध घी लेना है तो इसके तहत 19 महीने तक एक किलो शुद्ध घी दिया जाता है। ‘नंदिनी सदस्यता’ के तहत सदस्य बनने वाले को 2,00,000 रु़ देने होते हैं। इसमें 4 साल तक प्रतिदिन एक लीटर दूध दिया जाता है। अगर कोई 4,00,000 रु. की सदस्यता लेता है तो उसे 4 साल तक एक लीटर दूध और इतने ही साल तक एक किलो घी दिया जाता है। बिहार से बाहर रहने वाले शुद्ध घी का विकल्प चुन सकते हैं और 4 साल पूरे होने के बाद चाहें तो पूरे पैसे वापस ले सकते हैं।

Topics: देसी गाय का दूधदेसी प्रजाति गाय‘ब्लेसिंग मेंबरशिप’अत्याधुनिक वाहन
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

Kerala BJP

केरल में भाजपा की दोस्तरीय रणनीति

Sawan 2025: भगवान शिव जी का आशीर्वाद पाने के लिए शिवलिंग पर जरूर चढ़ाएं ये 7 चीजें

CM Yogi Adityanath

उत्तर प्रदेश में जबरन कन्वर्जन पर सख्त योगी सरकार, दोषियों पर होगी कठोर कार्यवाही

Dhaka lal chand murder case

Bangladesh: ढाका में हिंदू व्यापारी की बेरहमी से हत्या, बांग्लादेश में 330 दिनों में 2442 सांप्रदायिक हमले

प्रदर्शनकारियों को ले जाती हुई पुलिस

ब्रिटेन में ‘पैलेस्टाइन एक्शन’ के समर्थन में विरोध प्रदर्शन, 42 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार

Trump Tariff on EU And maxico

Trump Tariff: ईयू, मैक्सिको पर 30% टैरिफ: व्यापार युद्ध गहराया

fenugreek water benefits

सुबह खाली पेट मेथी का पानी पीने से दूर रहती हैं ये बीमारियां

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies