झांसी शहर का सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का प्रयास करते हुए कुछ अराजक तत्वों ने सीपरी बाजार थाना क्षेत्र में एक पीपल के नीचे स्थापित भगवान शिव की मूर्ति को उखाड़कर नाली में फेंक दिया। सुबह जब श्रद्धालुओं ने वहां मूर्ति नहीं पाई तो सभी आक्रोशित हो उठे। खोजबीन करने के बाद महादेव की मूर्ति पास में नाली में पड़ी मिली।
उधर, घटना की सूचना मिलते ही हिंदू संगठन के कार्यकर्ता व कई थानों के पुलिस बल मौके पर मुस्तैद हो गया। सीओ सिटी व एलआईयू टीम भी घटना स्थल पर पहुंच गई। इससे पहले कि माहौल बिगड़ता पुलिस ने लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराते हुए मूर्ति के स्थान पर चबूतरा बनवा कर मूर्ति को अच्छी तरह से स्थापित करने का कार्य शुरू करवा दिया।
ग्वालियर रोड स्थित गणेश चौराहा के समीप विधायक के आवास से चंद कदम की दूरी पर बड़ा पुल के पास एक पीपल के पेड़ के नीचे वर्षों पुरानी शिव मूर्ति रखी हुई थी। इस मूर्ति की आस पास के लोग प्रतिदिन पूजा अर्चना करते है। शनिवार की सुबह जब लोग पूजन अर्चन करने पहुंचे तो मूर्ति अपने स्थान पर नहीं मिली। इससे भक्तों को आश्चर्य हुआ और गुस्सा भी आया। आनन फानन मूर्ति की खोजबीन की गई। इस पर मूर्ति पास में नाली में पड़ी हुई मिली। इसकी सूचना पर क्षेत्र के लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया।
इधर, सूचना मिलते ही हिंदू संगठन के नेता अंचल अड़जरिया सहित कई कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। इससे पहले की कोई हंगामा होता सूचना मिलते ही सीओ सिटी डॉ. प्रदीप कुमार, नवाबाद, कोतवाली, सीपरी थाने के प्रभारी निरीक्षक समेत पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा और लोगों को समझा बुझा कर ऐसा कृत्य करने वाले अराजक तत्वों को चिन्हित कर कठोर कार्यवाही का आश्वाशन दिया। इस पर किसी तरह उपस्थित जनसमुदाय शांत हुआ। वही पुलिस ने मूर्ति के स्थान पर चबूतरा बनवा कर विधि विधान के साथ दोबारा मूर्ति को वही स्थापित कराने का कार्य शुरू करवा दिया है।
कैमरे में कैद अराजक व्यक्ति का कारनामा
घटनास्थल के पास ही एक दुकान के बाहर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है, जो संचालित रहता है। पुलिस का ऐसा मानना है कि उस कैमरे में अराजकता फैलाने वाले व्यक्ति के पूरे कारनामे कैद हुए हैं। बताया जा रहा है कि दुकानों का संचालक इस समय बाहर है। उससे फुटेज मंगाने की कार्रवाई जारी है। फुटेज मिलते ही अराजक तत्व को दबोच लिया जाएगा।
कुछ भी कहने से बचते नजर आए सीओ सिटी
इस संबंध में जब सीओ सिटी डॉ प्रदीप कुमार जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि मामले में उच्चाधिकारी ही कुछ आपको बता सकते हैं। फिलहाल उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कुछ भी कहने से मना कर दिया।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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