ओबीसी आरक्षण के बिना चुनाव से ठाकरे सरकार मुश्किल में
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

ओबीसी आरक्षण के बिना चुनाव से ठाकरे सरकार मुश्किल में

by दिलीप धारूरकर
May 13, 2022, 12:04 am IST
in भारत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आरक्षण को लेकर मौजूदा गतिरोध के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने हेतु राजनीतिक चर्चा तेज हो गई है। उच्चतम न्यायालय ने चुनाव आयोग को नगर निगम के चुनाव बिना ओबीसी आरक्षण के सुनिश्‍चित करने के आदेश देने के पश्‍चात चुनाव आयोग ने नगर निगमों को प्रभाग परीसीमन का कार्य तुरंत पूरा करने के लिए सूचित किया है। परीसीमन के नाम पर नगर निगम के चुनाव लंबित रखने का राज्य सरकार का प्रयास अब विफल होता दिखाई दे रहा है।

ओबीसी आरक्षण के बिना चुनाव होने पर ओबीसी समाज का गुस्सा राज्य सरकार में सत्तारूढ महाविकास आघाडी पर न फूटे इसलिए फडणवीस सरकार को जिम्मेदार ठहराने का प्रयास काँग्रेस, एनसीपी और शिवसेना की ओर से किया जा रहा है।

महाविकास आघाडी की सरकार स्थापित होने के पश्‍चात जो पहला विधानसभा अधिवेशन हुआ था उस समय 13 दिसंबर 2019 को उच्चतम न्यायालय का फैसला आया था जिसमे सरकार को ट्रिपल टेस्ट पार करने के लिए निर्देशित किया गया था। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र फडणवीस ने तब सरकार को मागासवर्ग आयोग गठित कर इम्पिरिकल डेटा इकठ्ठा करने के लिए तुरंत पहल करने का आग्रह किया था। लेकिन सत्तापक्ष के नेताओं ने केंद्र सरकार की तरफ निर्देश कर जनगणना का डेटा देने का प्रस्ताव रखा था। तब सरकार की ओर से कहा गया था की, ‘फडणवीस अपने पक्ष के केंद्र सरकार की ओर से जनगणना का डेटा लाए जिसके लिए वे मुख्यमंत्री रहते केंद्र को खत लिख कर डेटा मांगा था ।’

लेकिन फडणवीस का कहना था कि तब यह ट्रिपल टेस्ट का मसला उच्चतम न्यायालय ने नही दिया था। जनगणना का डेटा पचास प्रतिशत से ज्यादा आरक्षण को जस्टिफाय करने हेतु मांगा गया था, उसका इम्पिरिकल डेटा से कोई संबंध नही था। तब से ले कर पिछले दो साल में सरकार ने इम्पिरिकल डेटा के लिए कुछ प्रयास नही किए । केंद्र से जनगणना का डेटा लाने की बात दोहराई गयी। वह डेटा उच्चतम न्यायालय ने नकारा और इम्पिरिकल डेटा पेश करने को कहा। गौरतलब है कि सांगली  जिले के आटपाडी तहसील में कुछ युवकों ने दस गांवों का इम्पिरिकल डेटा केवल सात दिन में इकठ्ठा कर जिल्हाधिकारी को सौंपा था। लेकिन दो साल तक राज्य सरकारने इस डेटा के लिए कोई प्रयास न करते हुए केंद्र की तरफ इशारा करते रहें। देवेन्द्र फडणवीस ने सरकार की जम कर आलोचना की। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद भी सरकार चुनाव टालना चाहती थी लेकिन चुनाव आयोग ने नगर निगम को परीसीमन अंतीम करने के लिए आदेश दे कर चुनावी प्रक्रिया शुरू कर दी है।

आरक्षण के बिना चुनाव होंगे तो ओबीसी समाज में सरकार के प्रती गुस्सा फूटने का डर सत्तापक्ष को सता रहा है। इसलिए ओबीसी आरक्षण के लिए फडणवीस सरकार को जिम्मेदार ठहराने की कोशिशे की जा रही है। इस राजनीतिक बयानबाजी में न जा कर देवेन्द्र फडणवीस ने यह घोषित किया की आरक्षण न होने के बावजूद जब चुनाव होंगे तो भारतीय जनता पार्टी अपने उम्मीदवार तय करते समय 27 प्रतिशत उम्मीदवार ओबीसी समाज से उतारने पर गौर करेगी और आरक्षण को लागू करेेगी। ओेबीसी आरक्षण से प्रतिबद्धता जाहीर करने हेतु यह पहल सराहनीय है और उसका ओबीसी समाज से स्वागत हो रहा है।

महाराष्ट्र की राजनीती में अन्य पिछडा वर्ग हमेशा भारतीय जनता पार्टी का साथ देता आया है। शरद पवार का प्रयास इस अन्य पिछडे वर्ग को लुभाने भले ही रहा हो लेकिन उनकी छवी मराठा नेता होने के कारण उसे जादा समर्थन नही मिल पाया है। महाविकास आघाडी सरकार की अनाकानी और कोर्ट में समय पर बातें न रखने के कारण मराठा आरक्षण और अन्य पिछडा वर्ग का आरक्षण न्यायालय में निरस्त हो गया। देवेन्द्र फडणवीस सरकारने यह आरक्षण दिया था और वह सरकार रहने तक न्यायालय में इस आरक्षण को कुछ हद तक मान्यता प्राप्‍त की थी। ठाकरे सरकार के कार्यकाल में आरक्षण के मामले में सभी दांव उलटे पडने से असंतोष और गुस्सा है।

Topics: OBC reservationमहाराष्ट्रमहाराष्ट्र चुनावनिकाय चुनावओबीसी आरक्षणMaharashtraMaharashtra electionscivic elections
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रतीकात्मक चित्र

16 साल के मुस्लिम किशोर से संबंध बनाए फिर हत्या कर दुकान में दफनाया और फरार हो गया मौलाना, पुलिस ने 5 साल बाद दबोचा

नागपुर में वाहनों में लगाई गई आग। पुलिस ने संभाले हालात।

नागपुर: औरंगजेब के समर्थन में नारे, पथराव, आगजनी, धमाकों की आवाज, पुलिस पर हमला, रात में चला तलाशी अभियान

संत गाडगे बाबा महाराज : लोकसेवा, स्वच्छता और श्रमजीविता को समर्पित महान संत

Bombay High court

बॉम्बे हाईकोर्ट का बड़ा फैसला : अब मां की जाति के आधार पर भी मिलेगा जाति प्रमाण पत्र.?

INDI Allaince politics

INDI दलों की राजनीति का दोहरापन

Maharashtra government making Love jihad law

महाराष्ट्र सरकार द्वारा लव जिहाद कानून बनाने का विरोध क्यों कर रही समाजवादी पार्टी, क्या है दिक्कत?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘उदयपुर फाइल्स’ पर रोक से सुप्रीम कोर्ट का इंकार, हाईकोर्ट ने दिया ‘स्पेशल स्क्रीनिंग’ का आदेश

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्याओं का समाधान’

दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies