राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के पदाधिकारियों ने मंगलवार को श्री कृष्ण जन्मस्थान के दर्शन किये और मंदिर होने के प्रमाणों का निरीक्षण किया। इन्हें ईदगाह पर प्रवेश की अनुमति नहीं मिली। जन्मस्थान में करीब एक घंटे गुजारने के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि जो जगह हमारी नहीं है उस जगह की गई इबादत कबूल नहीं होती। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के मार्गदर्शक इंद्रेश कुमार के निर्देशन पर मंगलवार पूर्वाह्न मथुरा आए पदाधिकारियों ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान के दर्शन किए। करीब एक घंटे तक मंदिर में रहे और पदाधिकारियों ने हर उस स्थान का निरीक्षण किया, जहां से उनको मंदिर के अति प्राचीन होने के प्रमाण मिले।
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के शिक्षा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक मुजाहिर खान ने पत्रकारों को बताया कि यह धरोहर है इसे तोड़कर मस्जिद बनाई है। मस्जिद में कोई आकृति नहीं होती, यहां अवशेष मंदिर के हैं। मुजाहिर खान ने बताया कि जो धरोहर हमारी नहीं वहां नमाज करना भी गलत है। उन्होंने कहा कि इंद्रेश कुमार ने हमको जगह-जगह भेजा है, हम उनके आभारी हैं जो असलियत देख रहे हैं। ताजमहल के सवाल मुजाहिर खान ने बताया की वह ताजमहल नहीं गए, जब तक जाकर नहीं देख लेते तब तक कुछ नहीं कहेंगे।
प्रयागराज से आईं रेहाना खातून ने बताया कि यह श्री कृष्ण जन्मभूमि है यहां पर विदेशी आतंकवादियों ने मस्जिद बनाई। यहां पर की गई इबादत कबूल नहीं होगी। यहां हर चीज पुरानी है। रेहाना खातून ने मुस्लिमों से अपील करते हुए कहा कि हम हिंदुस्तानी हैं, सभी अमन चैन बनाकर रखें। प्रयागराज से ही आईं राष्ट्रीय मुस्लिम मंच की सदस्य मरियम खान ने बताया कि वह अपनी कॉम के लोगों से अपील करती है कि हमारा इस्लाम आपस में झगड़ा करना नहीं सिखाता। हम हिंदुस्तानी मुसलमान हैं, आने वाली पीढ़ी को गलत संदेश देने से अच्छा है कि बैठकर मामले को निपटा लें। झगड़ा कर वक्त खराब न करें। अगर इनकी जगह है तो मान लें, इसमें कोई बुराई नहीं हैं। यह जगह इनकी हैं इन्हें सौंप दें।
दस सदस्यी राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के दस सदस्यों का हिन्दूवादी नेता ने किया पटुका पहनाकर स्वागत
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के राष्ट्रीय संघटन मंत्री तुषार कांत के नेतृत्व में आये दस सदस्यीय इस समूह में प्रान्त संघटन मंत्री कानपुर प्रान्त आलोक चतुर्वेदी, शिक्षा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय संयोजक मजाहिर खान,सूफी संत मलंग के कानपुर प्रांत संयोजक अरशद खान, इटावा की जिला संयोजक कोमल नेहा, सदस्य आसिफ जरारी,कुंवर आसिफ अली, रेहाना खातून, मरियम खां और देहरादून से आईं निशा खां थी। इन सभी का स्वागत हिंदूवादी नेता और श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी व विजय बहादुर ने पटका पहनाकर किया। दर्शनों के दौरान मंदिर के पुजारी ने सभी को प्रसाद दिया व भगवान की प्रसादी माला पहनाई।
टिप्पणियाँ