दिल्ली में अतिक्रमण के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। आज शाहीन बाग इलाके में MCD का बुलडोजर पहुंचा। अवैध निर्माण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई, जिसके विरोध में लोग सड़क पर बुलडोजर के आगे बैठ गए। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से उन्हें हटाया। विरोध कर रहीं महिलाओं को हिरासत में लिया गया है। मौके पर पर्याप्त सुरक्षा बल मौजूद है। हालात को देखते हुए मौके पर पुलिस की मदद के लिए CRPF के जवान वहां भेजे गए हैं।
दिल्ली: शाहीनबाग इलाके में MCD द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई के विरोध में लोग सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों ने बुलडोजर को सड़क पर ही रोक दिया गया है। पर्याप्त सुरक्षा बल मौके पर मौजूद है। pic.twitter.com/9bSBrOBPRn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 9, 2022
सीआरपीएफ के प्रवक्ता दिलीप अंबेश ने बताया कि शाहीन बाग में सुरक्षा को देखते हुए सीआरपीएफ की टुकड़ी तैनात की गई है। जिसमें 75 पुरूष जवान और 45 महिला कर्मी शामिल है। MCD कर्मचारियों ने वहां सिर्फ एक बिल्डिंग के बाहर लगी लोहे की रॉड्स को हटवाया, जो वहां रेनोवेशन के काम के लिए लगी थीं। अतिक्रमण हटाने के बाद मलबा उठाने के लिए भी कुछ गाड़ियां भी ले जाई गई थीं। फिलहाल शाहीन बाग इलाके से बुलडोजर वापस आ गया है। शाहीन बाग में इस कार्रवाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई।
सुप्रीम कोर्ट ने दक्षिणी दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में अतिक्रमण हटाने के खिलाफ दायर CPI (M) की याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने इस मामले में किसी भी तरह की राहत के लिए याचिकाकर्ता को हाईकोर्ट जाने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राजनीतिक दल यहां क्यों आए हैं, उन्हें हाईकोर्ट जाना चाहिए था।
बता दें कि इससे पहले दक्षिणी दिल्ली नगर निगम को अतिक्रमण पर कार्रवाई के लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स नहीं मिल पाई थी, जिस वजह से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को 8 मई तक के लिए टाल दिया गया था।
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