यूक्रेन पर हमले की निंदा करते हुए रूस के विरोध में और यूक्रेन के समर्थन में जी-7 देशों के नेताओं ने रूस से तेल के आयात को चरणबद्ध तरीके से रोकने का रविवार को संकल्प लिया। जी-7 समूह के नेताओं ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से भी बात की और उन्हें अपना समर्थन दिया। नाजी जर्मनी के 1945 में आत्मसमर्पण के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले यूरोप विजय दिवस पर पश्चिमी देशों ने एकजुटता का प्रदर्शन किया। जी-7 ने एक बयान में कहा कि तेल की आपूर्ति को रोकने से रूस को तगड़ा झटका लगेगा और युद्ध लड़ने के लिए धन खत्म हो जाएगा।
जी-7 के नेताओं ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यह हम ऐसे समय पर और व्यवस्थित तरीके से करें, जो दुनिया को वैकल्पिक आपूर्ति सुरक्षित करने के लिए समय प्रदान करे। जी-7 में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, इटली और जापान शामिल हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की जी-7 नेताओं और जेलेंस्की के साथ बैठक करीब एक घंटे तक चली। अमेरिका ने यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों की भी घोषणा की।
नई पाबंदियों के तहत रूस के तीन सबसे बड़े टेलीविजन स्टेशन से पश्चिमी देशों के विज्ञापनों को रोकना, अमेरिकी लेखा और परामर्श फर्म को किसी भी रूसी को सेवाएं प्रदान करने से प्रतिबंधित करना और रूस के औद्योगिक क्षेत्र पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाना शामिल है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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