झारखंड की आर्थिक राजधानी धनबाद में कानून—व्यवस्था चौपट होती जा रही है। यहां के प्रसिद्ध सर्जन डॉ. समीर ने रंगदारों से परेशान होकर झारखंड छोड़ने का संकेत दिया है।
धनबाद के एक प्रसिद्ध सर्जन डॉ. समीर ने अपराधियों से परेशान होकर झारखंड छोड़ने का संकेत दिया है। खबर है कि कुख्यात बदमाश आशीष रंजन उर्फू छोटू सिंह मार्च महीने से ही डॉ. समीर से एक करोड़ रु की मांग कर रहा है। इसके साथ ही उसने डॉ. समीर से कहा है कि प्रतिमाह पांच लाख रु. भी दें। पैसे नहीं देने के बाद डॉ. समीर को जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। डॉ. समीर ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डॉ. सुनील के साथ मिलकर धनबाद के एसएसपी संजीव कुमार से इसकी लिखित शिकायत भी की है। इसके बाद भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसलिए डॉ. समीर ने धनबाद छोड़ने का संकेत दिया है। एक पत्रकार से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि प्रशासन को इसकी शिकायत करने के बाद भी लगातार फोन आ रहे थे। इसलिए डर—डर कर जीने से बेहतर है कि धनबाद छोड़कर कहीं चले जाएं। उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल अभी तो इस माहौल से निकलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बाद में हमेशा के लिए धनबाद छोड़कर कहीं और चले जाएंगे। तत्काल वे अपनी पत्नी डॉक्टर निकिता के साथ कहीं चले गए हैं।
बता दें कि डॉ. समीर धनबाद में सूयांश क्लीनिक के नाम से अस्पताल चलाते हैं। उनके कर्मचारियों के अनुसार डॉ. समीर तीन-चार दिनों के लिए बाहर गए हुए हैं। उन्होंने अभी अपने नए मरीजों की भर्ती के लिए मना कर रखा है।
इस घटना के बाद यह भी पता चला कि धनबाद के ही सरायढेला थाना क्षेत्र के एक बड़े दवा कारोबारी से भी पांच लाख रुपए प्रतिमाह रंगदारी की मांग की गई है। दवा व्यवसायी के अनुसार उनसे पिछले 15 दिन से रंगदारी की मांग की जा रही है इसलिए उन्होंने डर से अपना फोन बंद रखा है।
कौन है आशीष रंजन उर्फ छोटू सिंह?
कहा जाता है कि छोटू सिंह बदमाश अमन सिंह गिरोह का सदस्य है। छोटू सिंह पर धनबाद के कई लोगों की हत्या के भी आरोप हैं। इसके साथ ही उस पर व्यवसायियों, आउटसोर्सिंग कंपनियों और चिकित्सकों से रंगदारी मांगने के आरोप लगते रहे हैं। छोटू हीरापुर का रहने वाला है। वह पहली बार समीर मंडल हत्या कांड में जेल गया था। वहीं उसकी मुलाकात अमन सिंह से हुई। इसके बाद वह जेल से निकला और अमन सिंह गिरोह के लिए काम करने लगा। छोटू सिंह ने पहले भी कई हत्याओं की जिम्मेदारी अपने ऊपर ली है। 19 अगस्त, 2020 को भाजपा नेता सतीश सिंह की हत्या के बाद 2 मई, 2021 को वासेपुर के लाला खान की हत्या हुई थी। इन दोनों की हत्या की जिम्मेदारी छोटू सिंह ने ही ली थी।
इस पूरे मामले में धनबाद पुलिस का कहना है कि उनकी ओर से पूरी कार्रवाई की जा रही है। इस मामले को जल्दी से जल्दी सुलझा लिया जाएगा।
वहीं, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के अनुसार झारखंड के वर्तमान हालात लालू राज की याद दिला रहे हैं। सरकार के लोग ही व्यापार, अवैध उत्खनन, कोयला चोरी और तस्करी के कामों में लिप्त रहेंगे तो प्रदेश में अराजकता फैलेगी ही।
इन घटनाओं से एक बात तो साफ हो गई है कि झारखंड में दिनों—दिन कानून—व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। इसके लिए वही लोग जिम्मेदार हैं, जो सरकार चला रहे हैं। लोगों का कहना है कि राज्य में सत्तारूढ़ दल के नेता ही बदमाशों के जरिए रंगदारी वसूल करवा रहे हैं। वैसे ही जैसे लालू यादव के समय बिहार में होता था।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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