केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सिनेमा राष्ट्र ब्रांडिंग में अहम भूमिका निभा सकता है। सिनेमा के क्षेत्र में भारत विश्व का नेतृत्व करने की क्षमता रखता है। अनुराग ठाकुर बुधवार को मुंबई में भारतीय सिनेमा और सॉफ्ट पावर विषय पर दो दिवसीय संगोष्ठी के समापन समारोह में बोल रहे थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किए गए संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत की ‘सॉफ्ट पावर’ की शक्ति में हमारी फिल्मों की बहुत बड़ी भूमिका है।
विश्व मानचित्र पर भारतीय सिनेमा की बढ़ती लोकप्रियता पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि आज हिंदी फिल्में दुनिया भर में एक साथ रिलीज होती हैं और इनके किरदार मनोरंजन क्षेत्र में जाने-माने चेहरे हैं। यहां तक कि अफ्रीकी देश भी हमारी फिल्मों और संगीत से मोहित हैं। नाइजीरिया भारतीय सिनेमा से बहुत प्रेरणा लेता है। लैटिन अमेरिका में भी बॉलीवुड का विस्तार हुआ है। इसके साथ हमारा सिनेमा दक्षिण कोरिया, जापान, चीन जैसे देशों में पैठ बना रहा है। उन्होंने कहा कि फिल्में अंतरराष्ट्रीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण पहलू बन गई हैं।
विदेशी भाषाओं में भी उपशीर्षक देने की आवश्यकता : विनय सहस्रबुद्धे
दुनिया भर में भारतीय फिल्मों की पहुंच बढ़ाने के लिए, आईसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने कहा कि कई विदेशी भाषाओं में भारतीय फिल्मों के उपशीर्षक के लिए संस्थागत व्यवस्था होनी चाहिए। विशेष रूप से उन देशों की भाषाओं में जहां भारत का सांस्कृतिक प्रभाव मजबूत है जैसे म्यांमार, मलेशिया, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान आदि।
विनय सहस्रबुद्धे ने बताया कि देश के विभिन्न हिस्सों से 95 से अधिक प्रतिभागियों ने संगोष्ठी में भाग लिया, जिसमें भारतीय सिनेमा के विचार और इसकी सॉफ्ट पावर पर चर्चा की गई। आईसीसीआर भारत में विदेशी भाषा प्रशिक्षण और सॉफ्ट पावर पर एक राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन करेगा।
टिप्पणियाँ