एलआईसी का बहुप्रतीक्षित आईपीओ 4 मई को खुल जाएगा। बाजार में उतार-चढ़ाव को देखते हुए सशंकित बाजार इसकी सफलता पर नजरें गड़ाए है। हालांकि आम लोगों में इस आईपीओ को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है
जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के प्राथमिक इश्यू (आईपीओ) ने बाजार में हलचल मचा रखी है। दरअसल, यूक्रेन-रूस युद्ध, बढ़ती महंगाई और कोरोना संकट के चौथे दौर के चलते कई देशों में लॉकडाउन के कारण शेयर बाजार अस्थिर चल रहा है। विदेशी निवेशक पैसा निकाल रहे हैं। ऐसे में सभी एलआईसी के आईपीओ पर टकटकी लगाए बैठे हैं कि निवेशक क्या प्रतिक्रिया देते हैं। इस आईपीओ की सफलता पर आईपीओ बाजार भविष्य की राह तैयार करेगा।
सरकार ने एलआईसी के आईपीओ का बेड़ा पार लगाने के लिए इश्यू आकार को घटाकर 20,557 करोड़ कर दिया। इसके बावजूद एलआईसी का आईपीओ भारत के प्राथमिक बाजार का सबसे बड़ा आईपीओ है। इसके साथ ही एलआईसी बाजार पूंजी के लिहाज से 5वीं सबसे बड़ी कंपनी होगी। एलआईसी के शेयर लंबी अवधि में निवेशकों को मुनाफा करा सकते हैं।
गो एयरलाइंस 3,600 करोड़ रुपये, मोबिक्विक 1,900 करोड़ रुपये, एसबीआई म्यूचुअल फंड 7500 करोड़ रुपये, ओला 7,300 करोड़ रुपये, ओयो 8430 करोड़ रुपये, फार्मइजी 6250 करोड़ रुपये, एनएसई 10,000 करोड़ रुपये, इक्सिगो 1600 करोड़ रुपये और बजाज एनर्जी 5450 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ बाजार में उतरेगी।
सरकार एलआईसी में 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचकर 20,557 करोड़ रुपये जुटाएगी। कुल 22.1 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे। माना जा रहा है कि आईपीओ 2 मई को एंकर निवेशकों के लिए खुल सकता है। आईपीओ का कीमत दायरा 902 रुपये से 949 रुपये तय किया गया है। बोलियां 15 शेयरों के लॉट में लगाई जाएंगी। एलआईसी आईपीओ का कीमत दायरा 902 से 949 रुपये रुपये तय किया गया है जो कि इसे महंगा आईपीओ भी बना रहा है।
एलआईसी का ईपीएस 2020-21 में 4.70 रुपये प्रति शेयर है। आईपीओ के ऊपरी कीमत दायरे के हिसाब से कंपनी अपनी कमाई के 202 गुना वैल्यूएशन की मांग कर रही है। ऐसे में एलआईसी के आईपीओ की सफलता या विफलता पर आईपीओ बाजार की रौनक निर्भर करती है। आईपीओ खुलने के पहले ही एलआईसी का शेयर ग्रे मार्केट में 45 से 55 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहा है जो कि इश्यू प्राइस से 5 से 7 प्रतिशत ज्यादा है।
पॉलिसीधारकों को छूट
आईपीओ में एलआईसी के पॉलिसीधारकों को दस प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा जबकि कर्मचारियों को 5 प्रतिशत शेयर आरक्षित होंगे। अभी तक 6.48 पॉलिसीधारकों ने देश की इस सबसे बड़ी बीमा कंपनी के शेयर खरीदने को लेकर काफी दिलचस्पी दिखाई है। वित्त मंत्रालय के तहत निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) में निदेशक राहुल जैन ने कहा, ‘‘आईपीओ को लेकर जबर्दस्त प्रतिक्रियाएं मिली हैं। इसके कुछ आंकड़े हमारे पास हैं, मसलन 6.48 करोड़ पॉलिसीधारकों ने कट-आफ तिथि (28 फरवरी, 2022) तक अपने पैन नंबर को पॉलिसी विवरण के साथ जोड़ा है।’’ उन्होंने कहा कि कोई भी पॉलिसीधारक आरक्षित श्रेणी में दो लाख रुपये तक का निवेश कर सकता है, खुदरा श्रेणी में भी दो लाख रुपये तक का निवेश किया सकता है। आईपीओ में एलआईसी पॉलिसीधारकों को 60 रुपये की छूट मिलेगी जबकि कर्मचारियों को 45 रुपये की छूट मिलेगी।
ये होंगे बुक रनिंग लीड मैनेजर्स
इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, एक्सिस कैपिटल, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया प्राइवेट, जेएम फाइनेंशियल, जेपी मॉर्गन इंडिया, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया) सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी, और सिक्योरिटीज (इंडिया), और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स हैं।
भावी आईपीओ
वर्ष 2022 में गो एयरलाइंस 3,600 करोड़ रुपये, मोबिक्विक 1,900 करोड़ रुपये, एसबीआई म्यूचुअल फंड 7500 करोड़ रुपये, ओला 7,300 करोड़ रुपये, ओयो 8430 करोड़ रुपये, फार्मइजी 6250 करोड़ रुपये, एनएसई 10,000 करोड़ रुपये, इक्सिगो 1600 करोड़ रुपये और बजाज एनर्जी 5450 करोड़ रुपये के आईपीओ के साथ बाजार में उतरेगी।
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