पिछले सप्ताह, ताजमहल गेट पर रोके जाने की वजह से चर्चा में आये अयोध्या छावनी के महंत परमहंस दास आज अचानक आगरा पहुंच कर ताजमहल की तरफ जाने लगे। उन्होंने ताजमहल में भगवान शिव की पूजा करने का ऐलान किया हुआ था। उनको वहां देख आगरा पुलिस हरकत में आयी और उन्हें हिरासत में लेकर अपने साथ ले गयी।
सुबह के 11 बजे महंत परमहंस दास अपने शिष्यों के ताजमहल के लिए आते दिखे, लेकिन वहां मौजूद अधिकारी वहां भारी पुलिस फोर्स के साथ तैनात थे और उन्हें रास्ते में ही रोक लिया। महंत का कहना है कि ताजमहल तेजोमहालय है। वह वहां पूजा करना चाहते हैं। पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का हवाला देकर ताजमहल में नहीं जाने दिया है।
पुलिस द्वारा रास्ते में रोके जाने पर महंत परमहंस दास ने वहीं सड़क पर बैठ कर आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने ताजमहल को तेजोमहालय बताते हुए कहा कि वह एएसआई के अधिकारी के निमंत्रण पर आगरा आए थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने रास्ते में ही रोक दिया।
खबर है कि पुलिस उन्हें हिरासत में लेगयीं और उन्हें एक गेस्टहाउस में रखा है। महंत परमहंस ने आरोप लगाया कि उन्हें ताजमहल में भगवा वस्त्रों की वजह से प्रवेश नहीं दिया गया है। जबकि अन्य लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है। गेस्ट हाउस में एसपी विकास, महंत परमहंस को लगातार समझाते रहे कि ताजमहल परिसर में किसी भी तरह का धार्मिक आयोजन करने का प्रतिबंध सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाया गया है।
उधर महंत जी से मिलने विहिप बजरंग दल के नेता भी गेस्ट हॉउस पहुंचने लगे है। महंत जी 5 मई को ताजमहल में धर्म संसद करने का आह्वान कर रहे है। विहिप नेताओ ने वहां पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की ।
खबर लिखे जाने तक मंहत परमहंस विहिप नेताओ के साथ प्रशासन की बातचीत चल रही थी।
चार दिन पहले भी महंत परमहंस जी को सीआईएसएफ और एएसआईं की टीम ने ताजमहल में प्रवेश नही लेने दिया और इसके पीछे कारण उनकी ध्वज ब्रह्मदण्डिका का बताया गया। ताजमहल प्रबन्धन इस जिद्द पर अड़ा रहा कि वो ध्वज ब्रह्मदण्डिका लेकर अंदर नही जाएंगे जबकिं महंत जी कहते रहे कि मैं उसको लेकर ही जाऊंगा। जिसके बाद उन्होंने कहा था कि वो 5 मई को दोबारा आएंगे लेकिन वो 3 मई को ही ताजमहल की तरफ जाने लगे जिसके बात पुलिस प्रशासन हरकत में आया और उन्हें हिरासत में ले गए।
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