नैनीताल जिले के हल्द्वानी शहर में कभी दंगा फसाद नहीं हुआ, लेकिन बीती देर रात बाइक सवार मुस्लिम युवकों ने शीशमहल के पास मंदिर में पूजा कर लौट रहे युवकों पर पथराव कर दिया, जिसके बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया। स्थानीय लोगों ने पथराव कर रहे एक मुस्लिम युवक को पकड़ लिया। जिसे बाद में पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। मामले में पुलिस ने एक दर्जन युवकों को हिरासत में लिया है।
लाठी-डंडे और शस्त्र लहराते हुए आए आरोपी
जानकारी के मुताबिक शीशमहल स्थित देवी मंदिर से हनुमान चालीसा पाठ कर लौट रहे युवकों पर बाइक सवारों ने पथराव किया और भागने लगे। इसी दौरान फैली अफरातफरी का शोर सुनकर मंदिर और आसपास रहने वाले लोग भी हरकत में आए और तीन युवकों को धर दबोचा। इसी बीच दूसरे बाइक सवारों ने कहीं फोन किया और थोड़े ही देर में तीस से चालीस मुस्लिम युवक बाइक से लाठी-डंडे और शस्त्र लहराते हुए वहां आ गये और दो युवकों को छुड़ाकर फरार हो गए।
लोगों ने हमलावर लारीफ को पकड़ा
जब तक काठगोदाम थाने की पुलिस और हल्द्वानी से उच्च पुलिस अधिकारी वहां पहुंचते शीशमहल और बस्ती के सैकड़ों लोग सड़क पर जमा हो गये। भीड़ द्वारा पकड़े गए एक युवक को दुकान में एक बन्द कर दिया था, जिसे पुलिस छुड़ा कर थाने ले गई। तनाव की सूचना मिलने पर मेयर जोगेंद्र रौतेला भी थाने पहुंचे और पुलिस से हमलावरों के खिलाफ एफआईआर लिखने को कहा। करीब दो घंटे तक काठगोदाम थाने में हंगामा होने के बाद पुलिस ने एफआईआर लिखी। पकड़े गए युवक ने अपना नाम लारीफ बताया, जो कि पहली निगाह में कान में कुंडल पहने हिन्दू लग रहा था।
आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करे पुलिस
हिन्दू पक्ष का कहना था कि मुस्लिम युवकों की सीसीटीवी में पहचान हो चुकी है तो पुलिस उन्हें तुरंत गिरफ्तार करे। मेयर डॉ जोगेंद्र रौतेला का कहना था कि शहर में कभी ऐसा नहीं हुआ, लेकिन कुछ लोगों ने यहां का माहौल खराब करने की कोशिश की है। अब पुलिस को इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उधर एसएसपी पंकज भट्ट ने कहा है कि घटना की विस्तृत जांच कराई जा रही है। दोषी किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे। पुलिस के अनुसार इस मामले में अभी तक एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है।
रुड़की के बाद हल्द्वानी में सुनियोजित हमला
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमला करने वालों ने भगवा गमछे डाले युवकों को निशाना बनाया है। इसके पीछे ये अनुमान लगाया जा रहा कि माहौल बिगाड़ने के लिए मुस्लिम युवकों का ये दल कई दिन से मंदिर के आसपास रेकी कर रहा था। शीशमहल मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ प्रतिदिन होता है और यहां स्थानीय लोगों के अलावा, शहर के हिन्दू संगठनों के लोग भी आते हैं। ये भी बताना जरूरी है कि रमजान के दिनों में हिन्दू मंदिरों के आसपास मुस्लिम युवकों द्वारा हमले की घटनाएं यूपी, राजस्थान, दिल्ली और अन्य राज्यो में बढ़ी हैं। रुड़की के बाद हल्द्वानी में भी इस तरह का सुनियोजित हमला हुआ है।
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