पश्चिम बंगाल के नदिया दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी ब्रजगोपाल के पिता और तृणमूल कांग्रेस के नेता समरेंद्र गोयाली ने अपने बेटे की हरकतों पर पर्दा डालने के लिए सबूत मिटाने की कोशिश की थी। मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम ने शनिवार को जिला अदालत को यह जानकारी दी। समरेंद्र को कोर्ट में पेश करने के दौरान सीबीआई ने बताया कि कैसे उन्होंने अपने बेटे के अपराध को छिपाने के लिए सत्ताधारी पार्टी के नेता और पंचायत सदस्य के रूप में अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया।
जांच में शामिल सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में गोयाली, जो फिलहाल केंद्रीय जांच एजेंसी की हिरासत में हैं, ने दुष्कर्म मामले को दबाने में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है। गत चार अप्रैल को नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म हुआ था। सीबीआई अधिकारी ने बताया कि उसके साथी भी पीड़ितों के घर गए थे और परिवार के सदस्यों को कुछ भी बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। पीड़िता की मृत्यु के बाद समरेंद्र गोयाली ने पहल की कि बिना किसी देरी के एक स्थानीय श्मशान में शव का अंतिम संस्कार किया जाए और वह भी बिना किसी भी डॉक्टर से मृत्यु प्रमाण पत्र के बिना।
शनिवार को जब उन्हें जिला अदालत में पेश किया गया, तो मीडियाकर्मियों ने मामले में उनकी संलिप्तता के बारे में समेंद्र गोयाली से पूछा। गोयाली ने कहा कि मैं आज कुछ नहीं कहूंगा। जो कुछ भी मुझे कहना है, मैं तीन मई को या उसके बाद ही कहूंगा।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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