पूर्वी लद्दाख में चीन को मजबूती से जवाब देने के लिए याद किये जाएंगे जनरल नरवणे
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

पूर्वी लद्दाख में चीन को मजबूती से जवाब देने के लिए याद किये जाएंगे जनरल नरवणे

कोरोना महामारी के दौरान भारतीय सैनिकों का स्वास्थ्य बचाने के लिहाज से भी महत्वपूर्ण रहा कार्यकाल, भविष्य के युद्धों से लड़ने के लिए सेना को आला दर्जे की तकनीक अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित किया

by WEB DESK
Apr 30, 2022, 11:06 pm IST
in भारत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

चार दशकों की शानदार सेवा के बाद शनिवार को सेवानिवृत्त हुए सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे को पूर्वी लद्दाख की उत्तरी सीमा पर चीन को मजबूती से जवाब देने, भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में आगे बढ़ाने और भविष्य के युद्धों से लड़ने के लिए सेना को आला दर्जे की तकनीक अपनाने के लिए याद किया जायेगा। उनका कार्यकाल मौजूदा दशक की कोरोना महामारी के दौरान भारतीय सेना के जवानों का स्वास्थ्य बचाने के लिहाज से भी महत्वपूर्ण रहा है।

जनरल नरवणे ने अपने 28 माह के कार्यकाल में सैन्य कूटनीति को प्रोत्साहन दिया। भारत के सहयोगी देशों के साथ अच्छे संबंधों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भारत की व्यापक राष्ट्रीय शक्ति को बढ़ाया। उनके कार्यकाल में ही नई दिल्ली में सेना मुख्यालय के पुनर्गठन का काम पूरा हुआ। वह सेनाओं के आधुनिकीकरण और थिएटर कमांड बनाकर तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बनाने में शामिल चुनौतियों से परिचित थे। उन्होंने ‘एकीकृत युद्ध समूह (आईबीजी)’ के संचालन पर भी जोर दिया। जनरल नरवणे ने कई बार जम्मू और कश्मीर, पूर्वी लद्दाख और उत्तर पूर्व में अग्रिम क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने अप्रैल, 2020 के बाद पूर्वी लद्दाख में तैनात किये गए सैनिकों के लिए आवास निर्माण के मामलों को सक्रिय रूप से तेजी के साथ आगे बढ़ाया।

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और भारतीय सैन्य अकादमी के छात्र रहे जनरल नरवणे को जून, 1980 में सिख लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट में कमीशन किया गया था। वह डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और हायर कमांड कोर्स, महू के पूर्व छात्र हैं। जनरल ऑफिसर के पास रक्षा अध्ययन में मास्टर डिग्री, रक्षा और प्रबंधन अध्ययन में एम फिल डिग्री है और वर्तमान में वह डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग के रूप में 2017 में गणतंत्र दिवस परेड की कमान संभाली। शिमला में सेना प्रशिक्षण कमान और कोलकाता में पूर्वी कमान की सफलतापूर्वक कमान संभालने के बाद उन्होंने 31 दिसंबर, 2019 को देश के 28वें थल सेना अध्यक्ष की कुर्सी संभाली थी।

चार दशकों से अधिक के शानदार सैन्य करियर में उन्होंने उत्तर-पूर्व और जम्मू-कश्मीर शांति के लिए प्रमुख कमान संभाली। वह श्रीलंका में इंडियन पीस कीपिंग फोर्स का भी हिस्सा थे। उन्होंने एक राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन की कमान संभाली। एक इन्फैंट्री ब्रिगेड की स्थापना की। इसके अलावा वह असम राइफल्स (उत्तर) के महानिरीक्षक थे और पश्चिमी थिएटर में एक स्ट्राइक कोर की कमान संभाली। उनके स्टाफ असाइनमेंट में एक इन्फैंट्री ब्रिगेड के ब्रिगेड मेजर के रूप में कार्यकाल, यांगून, म्यांमार में डिफेंस अताशे, आर्मी वॉर कॉलेज में हायर कमांड विंग में डायरेक्टिंग स्टाफ के रूप में एक निर्देशात्मक नियुक्ति के अलावा रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत मुख्यालय में दो कार्यकाल शामिल थे।

Topics: National Newsराष्ट्रीय समाचारजनरल नरवणेजनरल नरवणे का कार्यकालGeneral NaravaneGeneral Naravane's tenure
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

“एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” के संकल्प के साथ सशस्त्र बलों ने मनाया 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

नई दिल्ली : SSB ने 27 उग्रवादी किए ढेर, 184 घुसपैठिए भी गिरफ्तार

Dr. Jayant Narlikar का निधन, पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने जताया दुःख

तुर्की के खिलाफ भरी हुंकार : स्वदेशी जागरण मंच ने Türkiye दूतावास के बाहर किया प्रदर्शन

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग   (फाइल चित्र)

भारत के खिलाफ चीन की नई चाल! : अरुणाचल प्रदेश में बदले 27 जगहों के नाम, जानिए ड्रैगन की शरारत?

‘ऑपरेशन केलर’ बना आतंकियों का काल : पुलवामा-शोपियां में 6 खूंखार आतंकी ढेर, जानिए इनकी आतंक कुंडली

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies