चीन सीमा से लगे क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए 13707 करोड़ की योजना सीमा, सड़क, संगठन ने तैयार की है। इन योजनाओं की जानकारी उत्तराखंड के राज्यपाल के सम्मुख प्रस्तुत की गई है।
राज्यपाल गुरमीत सिंह के समक्ष बीआरओ के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उत्तराखंड के सड़क परियोजनाओं और हेली सेवाओं के विस्तार और सुदृढ़ीकरण के लिए प्रस्तावित रोड मैप पर एक प्रस्तुतिकरण किया गया। बीआरओ के अभियंताओं ने बताया कि उन्होंने उत्तराखण्ड में सामरिक महत्व एवं आर्थिक विकास की दृष्टि से 14 नई सड़कों, 5 हेलीपोर्ट, 2 हवाई पट्टियों (गौचर तथा नैंनीसैनी के विस्तारीकरण) तथा 2 सुरंगों हेतु कार्य योजना बनाई है। 815 किमी लम्बाई की प्रस्तावित संड़कों की लागत 9250 करोड़, 5 हेलीपोर्ट की लागत 77.50 करोड़, 2 हवाई पट्टियों की लागत 120 करोड़ और 2 सुरंगो की लागत 4260 करोड़ आंकलित की गई है। इनके लिए कुल 13707 करोड़ रुपये के पैकेज का प्रस्ताव बनाया गया है।
परियोजना के क्रियान्वयन पर निर्णय लिया जाएगा
राज्यपाल ने कहा कि इस महत्वपूर्ण कार्य योजना के लिए केन्द्रीय मंत्रीगणों से भी वार्ता कर प्रोजेक्ट की फंडिग के लिए आग्रह किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव के साथ बैठक कर परियोजना के क्रियान्वयन पर निर्णय लिया जाएगा। राज्यपाल ने कहा कि बीआरओ की उत्तराखण्ड के सामाजिक, आर्थिक विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। सीमावर्ती क्षेत्रों के सर्वांगीण विकास के लिए बीआरओ को हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। पर्यटन, तीर्थाटन, साहसिक गतिविधियों एवं सामरिक महत्व के स्थानों तक पहुंच बनाने के लिए बीआरओ की महत्वपूर्ण भूमिका है।
संचालित की जाएंगी बहुआयामी गतिविधियां
बीआरओ द्वारा प्रारंभ किया गया बहुआयामी अभियान भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के साथ-साथ बीआरओ के 63वें स्थापना दिवस के अवसर पर प्रारंभ किया गया है। राष्ट्रीय एकता एवं राष्ट्र निर्माण की थीम के साथ प्रारंभ किए गए इस अभियान के अन्तर्गत बीआरओ के दल द्वारा बहुआयामी गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इसमें पंगारचूला चोटी का आरोहण, गंगा में रिवर राफ्टिंग, रूड़की से दिल्ली तक दौड़ और देहरादून-चण्डीगढ़-नई दिल्ली साइकिल यात्रा भी सम्मिलित है। इस अभियान का उद्देश्य उत्तराखण्ड के युवाओं को सीमा सड़क संगठन से जोड़ने का भी है।
सभी प्रतिभागी प्रत्येक क्षण का आनंद लें
राज्यपाल ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर बीआरओ ने जो इच्छा शक्ति दिखाई है वह प्रसंशनीय है। इस तरह की इच्छा शक्ति सीमावर्ती क्षेत्रों को मजबूत करती है। राज्यपाल ने कहा कि सभी प्रतिभागी प्रत्येक क्षण का आनंद लें। इस अवसर पर बीआरओ के ब्रिगेडियर राजीव श्रीवास्तव, कर्नल सोमेन्द्र चौधरी, कर्नल मनीष कपिल, कर्नल जयंत वानरे, ले. क. सुरेश कुमार, बीआरओ के डॉ.संजीव कुमार व रविशंकर सिंह सहित इस अभियान से जुड़े प्रतिभागी उपस्थित रहे।
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