तमिलनाडु के तंजावुर जिले के एक मंदिर में बुधवार सुबह रथ यात्रा के दौरान करंट लगने से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 15 अन्य घायल हो गए हैं। घायलों को तंजावुर मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। पुलिस के मुताबिक मृतकों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। बताया जा रहा है कि लोग जिस पालकी पर खड़े थे, वह कालीमेडु के अप्पर मंदिर में एक हाई-ट्रांसमिशन लाइन के संपर्क में आ गई थी, जिसकी वजह से घटना हुई है।
#UPDATE तमिलनाडु: तंजावुर में वार्षिक रथ उत्सव के दौरान हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से 11 लोगों की मौत हो गई है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 27, 2022
तिरुचिरापल्ली मध्य क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक वी. बालकृष्णन ने बताया कि घटना में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है। 15 अन्य घायल हो गए हैं। मामले की जांच की जा रही है। वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तंजावुर में हुई घटना पर दुख जताया है। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने का एलान किया है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने तंजावुर में हुई घटना पर दुख जताया। मृतक के परिवारों को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 27, 2022
प्रधानमंत्री ने जताया दुख, आर्थिक सहायता का एलान
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने तमिलनाडु के तंजावुर में बुधवार तड़के हुए रथयात्रा हादसे पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में उनकी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। प्रधानमंत्री ने घायलों के शीघ्र ठीक होने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा है कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
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