उत्तराखंड : जंगलों में सैकड़ों दरगाह कैसे बन गयीं ?
Friday, March 31, 2023
  • Circulation
  • Advertise
  • About Us
  • Contact Us
Panchjanya
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
SUBSCRIBE
No Result
View All Result
  • ‌
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • अधिक ⋮
    • राज्य
    • Vocal4Local
    • विश्लेषण
    • मत अभिमत
    • रक्षा
    • संस्कृति
    • विज्ञान और तकनीक
    • खेल
    • मनोरंजन
    • शिक्षा
    • साक्षात्कार
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • लव जिहाद
    • ऑटो
    • जीवनशैली
    • पर्यावरण
No Result
View All Result
Panchjanya
No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • G20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • संघ
  • My States
  • Vocal4Local
  • Subscribe
होम भारत

उत्तराखंड : जंगलों में सैकड़ों दरगाह कैसे बन गयीं ?

उत्तराखंड में बढ़ती मुस्लिम आबादी  की खबरों के बीच एक और खबर सुर्खियां बटोर रही है वो ये कि राज्य के जंगलों में एकाएक सैकड़ो की संख्या में दरगाहें बन गयी है। ये कब और कैसे बन गयी इस बारे में वन विभाग से सवाल पूछा जा रहा है।

by
Apr 26, 2022, 04:47 pm IST
in भारत, उत्तराखंड
Share on FacebookShare on TwitterTelegramEmail

उत्तराखंड के वनों में आम आदमी की घुसपैठ नहीं हो सकती। वन कर्मचारी किसी को भी जंगल नहीं जाने देते फिर राज्य के रिजर्व फॉरेस्ट एरिया में सैकड़ों की संख्या में मज़ारे कैसे बन गयीं?

कुमायूँ के बाजपुर से लेकर कालाढूंगी तक 20 किलोमीटर जंगल मार्ग में तीन तीन दरगाह शरीफ के बोर्ड देखे जा सकते हैं । ये ऐसे कौन से पीर थे जोकि घने जंगलों में जाकर रहते थे और बाद में इनकी दरगाह बना दी गयी?जंगल रोड पर हरे रंग के बोर्ड और वहां एक गोलक पड़ी हुई देखी जा सकती है। कुछ साल पहले तक यहां न तो कोई मजार थी न ही इन जंगलों में कोई प्रवेश ले सकता था।

दरगाहें न सिर्फ फ़ॉरेस्ट रिज़र्व में बन गयी हैं बल्कि टाइगर रिज़र्व के कोर ज़ोन तक मे देखी जा रही हैं। जिनमें जिम कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व भी शामिल है। तीर्थनगरी के किनारे राजा जी टाइगर रिजर्व में भी दर्जनों की संख्या में दरगाहें बन गयी हैं और यहां मोटे-मोटे नग, हरे कपड़े और पगड़ी पहने मुस्लिम लोग मोरपंखी झुलाते हुए काबिज हो गए हैं। जानकारी मिली है कि ये दरगाहें संदिग्ध किस्म के लोगो की शरणस्थली भी बन गयी हैं। जानकारी के मुताबिक ये दरगाहें, नशाखोरी के अड्डे बन गए हैं।

हल्द्वानी गौला, टनकपुर में शारदा, रामनगर में कोसी नदी किनारे वन विभाग की ज़मीन पर हज़ारों की संख्या में मुस्लिम लेबर ने अपनी झोपड़ियां झाले बना लिए हैं और इनके बीच मे तीन से चार दरगाह और मज़ार स्थापित हो गयी हैं।

ऐसा हर उस नदी किनारे देखने मे आ रहा है, जहां खनन होता है। दरगाह स्थापित करने वाले योजनाबद्ध तरीके से आकर सरकारी वन भूमि पर काबिज हो रहे हैं। उत्तराखंड देवभूमि है। पूरे विश्व में ये हिमालय शिवालिक अध्यात्म की राजधानी माना जाता रहा है। आज़ादी के वक्त यहां नाम मात्र की मुस्लिम आबादी थी और दरगाहें तो दूर-दूर तक नहीं थीं।जानकर बताते हैं कि उत्तराखंड राज्य बनने तक ये दरगाहें नहीं थीं। ये सब 2010 और 2020 के कालखंड में हुआ है। खास बात ये कि ये दरगाहें हर साल जंगल के भीतर उर्स मनाने लगी हैं और बाकायदा लाउडस्पीकर के शोर के साथ कव्वालियां गायी जा रही हैं और वनकर्मी मूकदर्शक बने रहते हैं। वैसे कोई सामान्य व्यक्ति जंगल मे वन कर्मियों के डर से जा नहीं सकता।

हल्द्वानी शहर के बीचोबीच वन विभाग का चीड़ डिपो है यहां देखते देखते ही एक मजार बनी और अब यहां पक्की इमारत बन गयी और अब यहां उर्स होने लगा है। ऐसे ही कॉर्बेट पार्क एरिया में भी हुआ है।

उत्तराखंड के तराई फ़ॉरेस्ट और हरिद्वार के मोतीचूर, श्यामपुर के फ़ॉरेस्ट डिवीजन, कॉर्बेट कालागढ़ ,बिजरानी, नंधौर, सुरई फ़ॉरेस्ट डिवीजन आदि  में भी ऐसी सैकड़ों दरगाह-मज़ार बन गयी हैं? जानकारी मिली है कि टिहरी झील के किनारे भी पिछले साल इसी तरह की दरगाह शरीफ मज़ारे बनाई गई है।

उत्तराखंड में रोहिंग्या और बंग्लादेशी लोगों की घुसपैठ की खबरें आ रही हैं और साथ ही साथ उत्तराखंड में मुस्लिम आबादी का बढ़ना भी यहां के जनसंख्या असंतुलन की समस्या को बढ़ावा दे रहा है। जिस पर उत्तराखंड सरकार ने इनदिनों सत्यापन अभियान चलाया हुआ है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बयान दिया है कि वो राज्य में समान नागरिक संहिता कानून बनाने जा रहे हैं। धामी ये भी कह चुके हैं कि वो गैरकानूनी रूप से रह रहे लोगों की पहचान करवा रहे हैं।

मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक का बयान

उत्तराखंड में जंगलों में खासतौर पर रिजर्व फ़ॉरेस्ट में दरगाहों के  बन जाने के सवाल पर राज्य के मुख्य  वन्य जीव प्रतिपालक डॉ पराग मधुकर धकाते का कहना है कि हमारे संज्ञान में ये मामला आया है। हमने सभी डिवीजन से रिपोर्ट मंगवायी है कि उनके क्षेत्र में कौन-कौन से धार्मिक स्थल हैं ? कब-कब ये स्थापित हुए हैं? इस बारे में जानकारी एकत्र करवायी जा रही है। डॉ धकाते ने बताया कि नए धर्मस्थल बनाये जाने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेना जरूरी है, यदि ये गैरकानूनी हैं तो इन्हें हटाया जाएगा।

Topics: land jihaduttarakhand newsउत्तराखंड समाचारउत्तराखंड जंगलजंगलों में अवैध कब्ज़ाजंगलों में अवैध मजारेंलैंड जिहादजमीन जिहादuttarakhand forestillegal occupation in forestsillegal tombs in forests
Share561TweetSendShareSend
Previous News

ताजमहल किनारे यमुना जी होंगी लबालब

Next News

बिजली कटौती से झारखंड में हाहाकार, लोग उतरे सड़कों पर

संबंधित समाचार

स्वामी श्रद्धानंद, महर्षि दयानंद से प्रेरणा लें युवा : अमित शाह

स्वामी श्रद्धानंद, महर्षि दयानंद से प्रेरणा लें युवा : अमित शाह

उत्तराखंड G20 बैठक : कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में टाइगर के दीदार कर, मेहमानों की हुई वापसी

उत्तराखंड G20 बैठक : कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में टाइगर के दीदार कर, मेहमानों की हुई वापसी

उत्तराखंड : सीएम धामी ने अष्टमी पर दिव्यांग बच्चियों का किया पूजन

उत्तराखंड : सीएम धामी ने अष्टमी पर दिव्यांग बच्चियों का किया पूजन

उत्तराखंड : चारधाम यात्रा के लिए स्थानीय लोगों के पंजीकरण की व्यवस्था समाप्त

उत्तराखंड : चारधाम यात्रा के लिए स्थानीय लोगों के पंजीकरण की व्यवस्था समाप्त

उत्तराखंड : देवघार वन में बनाए गए अवैध मदरसे वन विभाग ने किए ध्वस्त

उत्तराखंड : देवघार वन में बनाए गए अवैध मदरसे वन विभाग ने किए ध्वस्त

उत्तराखंड की महान विभूतियां : चन्द्र सिंह नेगी “राही” महान लोकगायक जिन्होंने पहाड़ी संगीत की करी थी साधना

उत्तराखंड की महान विभूतियां : चन्द्र सिंह नेगी “राही” महान लोकगायक जिन्होंने पहाड़ी संगीत की करी थी साधना

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

वीडियो के बाद अमृतपाल ने जारी किया ऑडियो, अकाल तख्त जत्थेदार से कहा- सरबत खालसा बुलाकर दो जत्थेदार होने का सबूत

वीडियो के बाद अमृतपाल ने जारी किया ऑडियो, अकाल तख्त जत्थेदार से कहा- सरबत खालसा बुलाकर दो जत्थेदार होने का सबूत

रामनवमी शोभायात्रा पर मुस्लिम कट्टरपंथियों के हमले, बंगाल, महाराष्ट्र और गुजरात में पथराव, लगाई आग

रामनवमी शोभायात्रा पर मुस्लिम कट्टरपंथियों के हमले, बंगाल, महाराष्ट्र और गुजरात में पथराव, लगाई आग

तीर्थ नगरी में मजहबी गतिविधियों से हिंदू जागरण मंच नाराज

तीर्थ नगरी में मजहबी गतिविधियों से हिंदू जागरण मंच नाराज

बाबा रामदेव के सानिध्य में 100 युवाओं ने ली सन्यास की दीक्षा, समाज सेवा का लिया संकल्प

बाबा रामदेव के सानिध्य में 100 युवाओं ने ली सन्यास की दीक्षा, समाज सेवा का लिया संकल्प

इंदौर बावड़ी हादसा : अब तक 19 को बचाया गया, 11 की मौत

इंदौर बावड़ी हादसा : अब तक 19 को बचाया गया, 11 की मौत

स्वामी श्रद्धानंद, महर्षि दयानंद से प्रेरणा लें युवा : अमित शाह

स्वामी श्रद्धानंद, महर्षि दयानंद से प्रेरणा लें युवा : अमित शाह

कन्या पूजन कर सीएम योगी ने की मातृ शक्ति की आराधना

कन्या पूजन कर सीएम योगी ने की मातृ शक्ति की आराधना

मध्य प्रदेश: मतांतरण के मिशन पर मिशनरी स्कूल, बच्चियों की निजता से खिलवाड़, पहाड़ भी काट दिया

मध्य प्रदेश: मतांतरण के मिशन पर मिशनरी स्कूल, बच्चियों की निजता से खिलवाड़, पहाड़ भी काट दिया

रामनवमी : मुस्लिम महिलाओं की भगवान श्रीराम के प्रति आस्था, आरती उतार कर की पूजा

रामनवमी : मुस्लिम महिलाओं की भगवान श्रीराम के प्रति आस्था, आरती उतार कर की पूजा

बढ़ रहा है कोरोना, सरकार का निर्देश- सतर्क रहें सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स, सरकारी व निजी अस्पताल

बढ़ रहा है कोरोना, सरकार का निर्देश- सतर्क रहें सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स, सरकारी व निजी अस्पताल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

No Result
View All Result
  • होम
  • भारत
  • विश्व
  • जी20
  • सम्पादकीय
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • संघ
  • राज्य
  • Vocal4Local
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • बिजनेस
  • विज्ञान और तकनीक
  • खेल
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • साक्षात्कार
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • जीवनशैली
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • संविधान
  • पर्यावरण
  • ऑटो
  • लव जिहाद
  • श्रद्धांजलि
  • Subscribe
  • About Us
  • Contact Us
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies