बोलने की आजादी के साथ लक्ष्मण रेखा भी है, कश्मीर को भारतीय सेना के कब्जे में बताना अपराध: जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट
May 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत जम्‍मू एवं कश्‍मीर

बोलने की आजादी के साथ लक्ष्मण रेखा भी है, कश्मीर को भारतीय सेना के कब्जे में बताना अपराध: जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट

दक्षिण कश्मीर के लारू का रहने वाला पेशे से वकील मुजमिल भट्ट ने 2018 में कुलगाम मुठभेड़ के दौरान सोशल मीडिया पर एक आपत्तिजनक पोस्ट लिखी थी। पुलिस ने भट्ट की इन टिप्पणियों का संज्ञान लेते हुए उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।

by WEB DESK
Apr 26, 2022, 12:41 pm IST
in जम्‍मू एवं कश्‍मीर
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

जम्मू-कश्मीर को लेकर अराजक तत्वों द्वारा विभिन्न मोर्चों पर हर समय प्रोपेगेंडा चलाया जाता है। यह प्रोपेगेंडा कभी भारत के खिलाफ होता है तो कभी सेना के खिलाफ। कुल मिलाकर एक ऐसा नैरेटिव गढ़ा जाता है, जिसका उदृदेश्य सिर्फ और सिर्फ भारत का विरोध होता है। पर जब ऐसे तत्वों पर कार्रवाई होती है, तो माहौल ऐसा बनाया जाता है कि घाटी में बोलने की आजादी प्रतिबंधित है, सेना—पुलिस कश्मीरियों को प्रताड़ित कर रही है, उनको गलत मामलों में फंसाया जा रहा है, जबकि इन सभी की असल हकीकत और ही होती है।

ऐसे ही एक मामले पर जम्मू-कश्मीर हाई कोर्ट की कश्मीर बेंच ने एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। इस टिप्पणी में कहा कि भारतीय संविधान के तहत देश के हर नागरिक को बोलने व अपने विचार रखने की आजादी है, लेकिन इसके लिए एक लक्ष्मण रेखा है, जिसे पार करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती। कश्मीर भारत का हिस्सा है, इसे भारतीय सेना के कब्जे में बताना अपराध है। यह टिप्पणी करते हुए हाई कोर्ट ने वकील पर दर्ज एफआइआर को रद करने संबंधी दायर याचिका को खारिज कर दिया है।

बता दें कि दक्षिण कश्मीर के लारू का रहने वाला पेशे से वकील मुजमिल भट्ट ने 2018 में कुलगाम मुठभेड़ के दौरान एक विस्फोट में छह लोगों की मौत पर आपत्तिजनक पोस्ट की थी। इस पोस्ट में उसने लिखा था कि अपने जीवन में पहली बार मैं टूटा हुआ और कमजोर महसूस कर रहा था और मैं स्वीकार कर सकता था कि हम गुलाम हैं और गुलामों का अपना कोई जीवन नहीं है। पुलिस ने भट्ट की इन टिप्पणियों का संज्ञान लेते हुए उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। इस प्राथमिकी को रद कराने के लिए भट्ट ने याचिका दायर की थी। उसका कहना था कि देश के संविधान में उसे अपने विचार रखने का अधिकार प्राप्त है। लिहाजा उसने कोई अपराध नहीं किया और उसके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को खारिज किया जाए। लेकिन मामले की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने पाया कि आरोपित निश्चित रूप से इस दावे की वकालत और समर्थन कर रहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है और यह भारतीय सेना के कब्जे में है और लोगों को गुलामों का दर्जा दिया जा रहा है। आरोपित देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर सवाल उठा रहा है, जिसकी इजाजत नहीं दी जा सकती। हाई कोर्ट ने कहा कि आरोपित के खिलाफ दर्ज एफआइआर सही है और उसमें किसी तरह के हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं।

Topics: freedom of speech Lakshman Rekha crime Kashmir possession Indian Army Jammu-Kashmir High Court
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Virat Kohli Anushka Sharma Pramanand Maharaj

संन्यास के बाद वृंदावन पहुंचे विराट कोहली और अनुष्का शर्मा: प्रेमानंद महाराज से मिले, भक्ति और धैर्य की सीख ली

शोकाकुल लक्ष्मी के परिजन

Jabalpur: अब्दुल ने की लक्ष्मी की हत्या, चाकू से रेता गला 

Uttrakhand Suleman aarested for SHaring anti india post

उत्तराखंड: सुलेमान ने सोशल मीडिया पर शेयर किया भारत विरोधी AI वीडियो, गिरफ्तार

Love jihad with a hindu girl Uttarakhand

मोहित बनकर अंसार खान ने हिन्दू युवती को फंसाया, रेप किया और हत्या की धमकी भी दी, केस दर्ज

Burkina faso military genocide

बुर्किना फासो में हजारों लोगों का नरसंहार, लाखों विस्थापित

Pakistan ceasefire violation drone

Ceasefire Violation: भारत के तीन राज्यों में फिर दिखे पाकिस्तानी ड्रोन, एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया

एआई से बनी फोटो (credit- grok)

पाकिस्तान: जहां बचपन से ही भरा जाता है बच्चों के दिमाग में हिंदुओं के प्रति जहर और वह भी किताबों के जरिये

Operation sindoor

भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच हुई वार्ता, जानें क्या रहे मुद्दे

प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन

“ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है”, राष्ट्र के नाम PM मोदी के संबोधन की मुख्य बातें

PM मोदी का कड़ा संदेश: आतंक के खिलाफ भारत की नीति ऑपरेशन सिंदूर, पानी और खून साथ नहीं बहेगा, Pak से बात होगी तो POK पर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies