धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर को लेकर उत्तर प्रदेश में लगी पाबंदी के बाद मध्य प्रदेश में इस पर रोक लगाने की मांग उठने लगी है। इसके साथ ही इंदौर में मंदिरों में लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा पाठ की शुरुआत भी हो गई है। रविवार को चंद्रभागा स्थित प्राचीन खेड़ापति हनुमान मंदिर में शाम 6 बजे तक 4 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।
हिंदूवादी संगठनों ने जल्द ही अन्य मंदिरों में भी लाउडस्पीकर लगाने का एलान किया है। इस मामले में हिंदू संगठनों का कहना है कि जब मस्जिदों से लाउडस्पीकर पर अजान पढ़ी जाएगी, तभी हम हनुमान चालीसा और रामधुन का पाठ करेंगे। इस दौरान 3 बार रामधुन और 2 बार हनुमान चालीसा का पाठ होगा।
इस बारे में हिंदवी स्वराज संगठन के संयोजक एडवोकेट अमित पांडेय ने कहा कि मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अजान पर रोक लगाने की मुहिम काफी समय से चलाई जा रही है। इस मामले में पुलिस को भी आवेदन दिया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अब मस्जिदों से जब-जब अजान पढ़ी जाएगी, तभी हम भी हनुमान चालीसा, रामधुन का पाठ करेंगे। शहर के सभी मंदिरों में जहां लाउडस्पीकर नहीं लगे है। वहां भी लाउडस्पीकर लगवाए जाएंगे। ये लाउडस्पीकर सभी हिंदूवादी संगठनों, मंदिर समितियों और निजी सहयोग से लगवाए जाएंगे।
प्राचीन है खेड़ापति हनुमान मंदिर
मंदिर से जुड़े दीपक बिरथरे ने बताया कि खेड़ापति हनुमान मंदिर काफी पुराना है। यहां रोजाना सुबह 9 बजे और शाम को 8 बजे भगवान की आरती होती है। मंदिर में 5 टाइम लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा, रामधुन का पाठ और आरती की जाएगी।
रहवासी संगठन भी कर चुके हैं शिकायत
इंदौर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में रहवासी संगठन और रहवासियों ने जनवरी व फरवरी महीने में मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर्स को हटाने के लिए आवेदन दिए थे। इसमें कहा गया था कि ये लाउडस्पीकर बिना अनुमति के अवैध रूप से बज रहे हैं। इससे पब्लिक न्यूसेंस और ध्वनि प्रदूषण होता है। स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव के कारण भी इसे हटाने के लिए कहा गया था।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ