गिरिडीह जिले के गांडेय प्रखंड में मुखिया प्रत्याशी शाकिर हुसैन के नामांकन के दौरान ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के लगे नारे। नारे लगाने वालों को न तो शाकिर ने रोका और न ही प्रशासन ने। मामला बढ़ा तो शाकिर सहित अन्य तीन लोगों को किया गया गिरफ्तार
झारखंड में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और अब प्रत्याशी के नामांकन भी शुरू हो गए हैं। इसी दौरान गिरिडीह जिले के गांडेय प्रखंड स्थित डोकीडीह पंचायत के मुखिया प्रत्याशी मोहम्मद शाकिर हुसैन अपने समर्थकों के साथ नामांकन कराने जा रहा था। इसी बीच उसके समर्थकों ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाने शुरू कर दिए। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की नींद टूटी और मोहम्मद शाकिर हुसैन के साथ अन्य 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि शाकिर हुसैन अपने समर्थकों के साथ जा रहा है, तभी अचानक भीड़ में से कोई व्यक्ति ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाना शुरू कर देता है। उसके पीछे-पीछे वहां मौजूद कई लोगों ने भी नारेबाजी की।
वीडियो वायरल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि गिरिडीह में शर्मनाक घटना घटी है। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने राज्य सरकार पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की तुष्टिकरण की नीति के कारण ही झारखंड में देश विरोधी ताकतों को बढ़ावा मिल रहा है, तभी तो सरकारी कार्यालय के बाहर भी ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए जा रहे हैं।
गिरिडीह के एसडीपीओ अनिल सिंह ने कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए 10 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। शाकिर हुसैन समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
अक्सर देखा गया है कि भारत के विरोध में नारे लगाने वाले नेता अपने आपको पाक—साफ कहने की कोशिश करते रहते हैं। लेकिन वीडियो में देखा जा सकता है कि ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे एक नहीं, कई बार लगाए गए हैं और उन्हें रोकने वाला वहां पर कोई नहीं था।
गिरिडीह के गांडेय प्रखंड में मुखिया उम्मीदवार शाकिर हुसैन के नामांकन के दौरान पाकिस्तान जिंदाबाद के लगे नारे.
शाकिर सहित 3 गिरफ्तार#झारखंड pic.twitter.com/ha2oLNREit
— Panchjanya (@epanchjanya) April 21, 2022
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
टिप्पणियाँ