सेना की साइबर सुरक्षा में सेंध की सूचना के बाद उच्च स्तरीय जांच के आदेश
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

सेना की साइबर सुरक्षा में सेंध की सूचना के बाद उच्च स्तरीय जांच के आदेश

सेना की साइबर सुरक्षा में सेंध की सूचना के बाद उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। खबरों के अनुसार जासूसी के इस मामले के तार दुश्मन देश से जुड़े होने के अलावा इसमें सेना के कुछ अधिकारियों के शामिल होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

by WEB DESK
Apr 20, 2022, 11:44 am IST
in भारत
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

सेना की साइबर सुरक्षा में सेंध की सूचना के बाद उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। खबरों के अनुसार जासूसी के इस मामले के तार दुश्मन देश से जुड़े होने के अलावा इसमें सेना के कुछ अधिकारियों के शामिल होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। ऐसे में देश की सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मामले से संबंधित इस घटना में सैन्य अधिकारियों की संलिप्तता का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। सैन्य सूत्रों के अनुसार यह मामला आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम के तहत आता है, इसलिए इससे सख्ती से निपटा जा रहा है। जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

वाट्सएप ग्रुप बना मोहरा

दुश्मन देश की ओर से इस घटना को वाट्सएप ग्रुप के जरिये अंजाम दिया जा रहा था। आशंका है कि यह सेंध सेना के कुछ अधिकारियों द्वारा लगाई गई है। अधिकारियों द्वारा व्हाट्स ऐप के जरिए अहम जानकारियां लीक करने की बात सामने आई है। सेना के सूत्रों के अनुसार खुफिया एजेंसियों ने कुछ सैन्य अधिकारियों द्वारा साइबर सुरक्षा का उल्लंघन करने का संदेह जताया है। और जासूसी के पड़ोस देशों से जुड़े होने का शक है।

होगी सख्त कार्रवाई

जिन अधिकारियों पर आरोप लगे हैं, उन पर किस तरह की कार्रवाई की जाएगी, इस पर सेना के सूत्रों ने कहा है कि पूरे मामले की जांच जारी है। सैन्य अधिकारियों से जुड़े जासूसी के मामलों से कड़ाई से निपटा जाता है। पूरा मामला सरकारी गोपनीयता कानून के दायरे में आता है। दोषी पाए जाने वाले सभी अधिकारियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई संभव है। मामले की संवेदनशीलता व जांच को देखते हुए किसी तरह की अटकलें नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से मामले की जांच पर असर पड़ सकता है।

दुश्मन देश फैला रहे जाल

पाकिस्तान और चीन के जासूस भारतीय सेना से संबंधित जानकारी जुटाने के लिए सोशल मीडिया के जरिए सेंध लगाने की फिराक में रहते हैं। इसके जरिए वह भारतीय सेना के अधिकारियों से जुड़ने की कोशिश करते हैं। ताकि उन्हें शिकार बनाकर सेना से संबंधित संवेदनशील जानकारियां हासिल की जा सकें। हालांकि इन जासूसों के अधिकतर प्रयास विफल रहते हैं, लेकिन कुछ अधिकारी उनके जाल में फंस जाते हैं और उनके ​जरिए वे कुछ जानकारियां जुटाने में सफल हो जाते हैं।

Topics: High level inquiry ordered information breach Army cyber security सेना साइबर सुरक्षा सेंध सूचना बाद उच्च स्तरीय जांच आदेश
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

No Content Available

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

डोनाल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति, अमेरिका

डोनाल्ड ट्रंप को नसों की बीमारी, अमेरिकी राष्ट्रपति के पैरों में आने लगी सूजन

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies