हनुमान जन्मोत्सव पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा में फायरिंग करने वाले सोनू चिकना उर्फ इमाम को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आज सुबह जब पुलिस उसकी पत्नी से पूछताछ करने गई थी तो पुलिस की टीम पर पथराव किया गया था।
पुलिस के मुताबिक 17 अप्रैल को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति (नीले कुर्ते में) 16 अप्रैल को जहांगीरपुरी इलाके में हिंसा के दौरान गोलियां चला रहा था। पुलिस टीम सीडी पार्क रोड स्थित उसके घर की तलाशी लेने गई थी। जवाबी कार्रवाई में उसके परिजनों ने पथराव किया, कार्रवाई की जा रही है। एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। इसके बाद सोनू उर्फ इमाम उर्फ यूनुस पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
सोनू उर्फ इमाम उर्फ यूनुस को दिल्ली के जहांगीरपुरी थाने लाया गया। 16 अप्रैल को दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में दंगे के दौरान गोली चलाने के बाद उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। pic.twitter.com/3hYIxXH0Af
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 18, 2022
जहांगीरपुरी में पुलिस पर पथराव
पुलिस की टीम जहांगीरपुरी हिंसा में गोली चलाने वाले आरोपी सोनू चिकना की पत्नी को हिरासत में लेने और पूछताछ करने गई थी। इसी दौरान कुछ घरों से पुलिस की टीम पर ईंट और पत्थर फेंके गए। सोनू चिकना फरार है। उसके भाई सलीम को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना के बाद क्षेत्र में आरएएफ को तैनात किया गया है।
मस्जिद पर झंडा लहराने की बात में तथ्य नहीं : पुलिस आयुक्त
दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने सोमवार को कहा कि जहांगीरपुरी में हुई सांप्रदायिक हिंसा छोटे वाद-विवाद से शुरू हुई थी। मस्जिद पर झंडा लगाने संबंधित एक पक्ष के दावे में कोई तथ्य नहीं है। उन्होंने प्रेसवार्ता में कहा कि पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है। इस हिंसा में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से शामिल सभी लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। मामले में दोनों पक्षों के लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जाति, धर्म, संप्रदाय और संबंध के आधार पर कोई भेदभाव नहीं करेगी। घटना में संलिप्त सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मामले में अब तक दोनों पक्षों के 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिसकर्मियों और एक नागरिक सहित 9 लोग घायल हैं। सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल मीडिया का विश्लेषण किया जा रहा है। क्राइम ब्रांच की 14 टीमें मामले को संभाल रही हैं। संवेदनशील इलाकों में केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 14 टीमें तैनात हैं। यह तैनाती तब तक रहेगी जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती। पुलिस आयुक्त ने जनता से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें। कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रख रही है और गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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