दिल्ली के रोहिणी कोर्ट ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले के दो आरोपितों अंसार और मोहम्मद असलम की पुलिस हिरासत दो दिन के लिए बढ़ा दी। आज दोनों आरोपितों की पुलिस हिरासत की अवधि खत्म हो रही थी। इसलिए पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि दोनों आरोपितों के पास से हथियार बरामद किए गए हैं।
रोहिणी अदालत में दिल्ली पुलिस ने कहा कि मुख्य आरोपित अंसार और असलम को 15 अप्रैल को शोभायात्रा के बारे में पता चला और फिर यह साजिश रची। दिल्ली पुलिस ने यह भी कहा, “हमें सीसीटीवी फुटेज को देखना होगा और इस मामले में शामिल अन्य लोगों की पहचान करनी होगी।”
आज दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सात और आरोपितों को कोर्ट में पेश किया। 17 अप्रैल को कोर्ट ने अंसार और मोहम्मद असलम को आज तक की पुलिस हिरासत और दूसरे 12 आरोपितों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। 17 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने अंसार और मोहम्मद असलम पर हिंसा की साजिश रचने का आरोप लगाया था। दिल्ली पुलिस ने कहा था कि अंसार और असलम को शोभायात्रा की जानकारी 15 अप्रैल को लग गई थी, जिसके बाद उसने हिंसा की साजिश रची। दिल्ली पुलिस ने दोनों से पूछताछ के लिए हिरासत की मांग की थी।
दिल्ली पुलिस ने कहा था कि हमें सीसीटीवी फुटेज के जरिये बाकी आरोपितों का पता करना है। 17 अप्रैल को दिल्ली पुलिस ने जिन आरोपितों को कोर्ट में पेश किया था, उनमें अंसार, जाहिद, शहजाद, मुख़्तार अली, मोहम्मद अली, आमिर, अक्सार, नूर आलम, मोहम्मद असलम, ज़ाकिर, अकरम, इम्तियाज़, मोहम्मद अली और अहीर शामिल हैं। बीते 16 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर जहांगीरपुरी में शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी।
टिप्पणियाँ