खालिस्तान व कश्मीर पर भारत विरोधी स्टैण्ड को लेकर विवादों में आए ब्रिटिश लेबर पार्टी के सांसद तमनजीत सिंह ढेसी कुछ दिनों से पंजाब में हैं और वीजा नियमों का उल्लंघन करते हुए वे कल 15 अप्रैल को फगवाड़ा में एक सम्मेलन को संबोधित करने जा रहे हैं। हैरानी की बात है कि एक संदिग्ध विदेशी नेता की गतिविधियों को लेकर पंजाब सरकार मुंह में दही जमाए बैठी है। पंजाब के लोगों ने ढेसी का ओवरसीज सिटीजन आफ इण्डिया का कार्ड रद करने व उनके सम्मेलन में भाग लेने पर रोक लगाने की मांग की है।
इंटरनेशनल एंटी-खालिस्तानी टेररिस्ट फ्रंट ने कपूरथला के डिप्टी कमिश्नर को एक ज्ञापन देकर भारत विरोधी गतिविधियों में भाग लेने के संदिग्ध ब्रिटेन के सांसद तनमनजीत सिंह ढेसी के ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड को रद्द करने की मांग की है। यह मांग सिख फॉर सिक्योरिटी फाउंडेशन द्वारा पिरामिड कॉलेज ऑफ बिजनेस एंड टेक्नोलॉजी, फगवाड़ा में शुक्रवार 15 अप्रैल को आयोजित किए जा रहे अंतर्राष्ट्रीय सिख युवा सम्मेलन में ढेसी की प्रस्तावित भागीदारी के मद्देनजर सौंपा गया है। मोर्चा ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से समारोह में उनकी भागीदारी को रोकने का आग्रह किया है। ज्ञापन में बताया गया है कि ढेसी खालिस्तान समर्थक संगठनों से जुड़े हैं। ओसीआई कार्ड लेकर, ढेसी भारत में राजनीतिक गतिविधियों में भाग नहीं ले सकते। ये स्पष्ट रूप से वीजा नियमों का उल्लंघन है। ढेसी का नाम कश्मीर के साथ-साथ प्रतिबन्धित संगठन सिख फार जस्टिस के रेफरेंडम 2020 से भी जोड़ा जाता रहा है। पंजाब में मीडिया से बातचीत के दौरान किसी भी भारत विरोधी रैली में शामिल होने से इनकार करते हुए, ढेसी ने कहा कि मीडिया में खबरे हैं कि मैंने लंदन में 2020 की रैली में भारत विरोधी भाषण दिया, जो गलत है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में पाकिस्तानी उन पर भारत समर्थक होने के आरोप लगाते हैं, जबकि भारत में कुछ कट्टरपंथी यह कहने में व्यस्त हैं कि मैं भारत विरोधी हूं। मुझे लगता है कि भारत और पाकिस्तान दोनों में अच्छे लोग इतने बुद्धिमान हैं कि इस तरह के झूठ और गलत सूचनाओं के झांसे में नहीं आएंगे।
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