गुरुग्राम में पकड़े गए पशु तस्कर बड़े गिरोह का हिस्सा हैं। उनकी नजर सड़कों पर घूम रहे गोवंश पर रहती है। उन्हें पकड़ कर बेरहमी से वाहन में भर कर मेवात लाते हैं। पुलिस की पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वह यह काम काफी समय से कर रहे हैं। तस्करों की नजर कम उम्र के गोवंश पर रहती है। जिससे वह ज्यादा पैसा कमा सकें।
पुलिस की जांच टीम ने बताया कि पूछताछ के बाद जो सामने आया है, उसे केंद्र में रख कर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा। यह भी पता किया जा रहा है कि तस्करों के तार कहां कहां तक जुड़े हुए हैं। क्योंकि जिस तरह से तस्करों ने पुलिस का मुकाबाल किया, बचने की कोशिश की, इससे एक बात तो साफ है कि यह बदमाश खूंखार है। पुलिस यह जांच कर रही है कि तस्करी से मिलने वाली रकम का यह करते क्याा है? शक है कि इससे हथियार खरीदे जाते हैं। ताकि गड़बड़ी फैलाई जाए। इसके साथ ही कंवर्जन और लव जिहाद जैसी हिंदू विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिया जा सके। इसके लिए रकम जुटाने के लिए यह बदमाश लंबे समय से गोवंशों की तस्करी में लगे हुए हैं।
पुलिस पर चलाई थी गोली
मेवात इलाके के गो तस्करों ने साइबर सिटी की सड़कों पर शनिवार सुबह पुलिस को काफी परेशान किया था। अपनी और दूसरों की जान की परवाह किए बिना पकड़े जाने से बचने के लिए इन्होंने 20 किलोमीटर से ज्यादा दूर तक बिना टायरों के टाटा 407 सड़कों पर दौड़ाई, फ्लाईओवर से कूद भी गए, लेकिन इनका पीछा कर रही गो रक्षा दल और पुलिस की टीमों ने इन्हें काबू कर लिया। इनके पास से पुलिस ने देसी कट्टे समेत कई प्रकार का असलाह भी बरामद किया है। गो रक्षा दल के मोहित उर्फ मोनू मानेसर ने बताया कि उन्हें टाटा 407 गाड़ी में गो दिल्ली से गायों को भरकर लाने की सूचना मिली थी। अलसुबह करीब 3 बजे इसके बारे में पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दे दी तथा गो तस्करों को दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे स्थित एंबीएंस माॅल के सामने ही रोकने के लिए पुलिस के साथ मिलकर नाकेबंदी कर दी। जब गाड़ी पहुंची तो इसके चालक ने रूकने की बजाय बैरिकेडिंग तोड़ते हुए रफ्तार तेज कर दी। इस पर पुलिस और गो रक्षा दल की टीमों ने अपने वाहनों में इनका पीछा करना शुरू कर दिया।
बचने के लिए बदमाशों ने खेला खौफ का खेल
गो तस्कर पकड़े जाने से बचने के लिए गोल्फ कोर्स रोड पर चढ़ गए और शहर के सबसे पाॅश व सुरक्षित समझे जाने वाले इलाके में रफ्तार के खौफ का खेल खेलते हुए चलती गाड़ी से गायों को गिराकर पीछा करने वालों को रोकने का प्रयास करने लगे। इस बीच पुलिस ने सेक्टर 55-56 में बैरिकेडिंग करके इन्हें रोकने का प्रयास किया। यहां भी इन्होंने अपनी गाड़ी की टक्कर से बैरिकेडिंग तोड़ दी। इस घटना में इनकी गाड़ी के दो टायर फट गए। लेकिन इन्होंने रूकने की बजाय गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन से होते हुए दिल्ली-वड़ोदरा एक्सप्रेस-वे पर गाड़ी चढ़ा दी। इन्होंने पुलिस व गो रक्षा दल की टीमों पर कई गोलियां भी चलाई लेकिन पहले से सतर्क टीम के सदस्य बच गए। दो टायर फटने के बावजूद सिर्फ रिम के सहारे इन्होंने करीब 20 किलोमीटर तक गाड़ी दौड़ाई ।
यूं चढ़े पुलिस के हत्थे
भोंडसी में टोल प्लाजा देखकर इनके पास बचने का कोई रास्ता नहीं रहा तो करीब 7 बजे ये अपनी गाड़ी की स्पीड़ कम करके फ्लाईओवर कूदकर भागने का प्रयास करने लगे। लेकिन पुलिस और गो रक्षा दल की टीमों ने पांच आरोपियों को पकड़ लिया। भागने के प्रयास में से एक युवक को पीछे से आ रही गाड़ी की टक्कर भी लग गई, सभी आरोपी जख्मी भी हो गए। जबकि गांव सालाहेड़ी निवासी शोकीन उर्फ सुंडा भागने में कामयाब हो गया। पुलिस ने मोहित उर्फ मोनू मानेसर के बयान पर नूंह जिले के आकेड़ा निवासी यहाया, बल्लू, गांव सालाहेड़ी निवासी तस्लीम, फरीदाबाद के गांव आलमपुर के रहने वाले खालिद उर्फ भैंसा और साहिद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने इनकी गाड़ी से देसी कट्टा, गोलियों के जिंदा व खाली कई राउंड बरामद किए हैं। थाना भोंडसी पुलिस मामले की जांच कर रही है।
टिप्पणियाँ