दिलीप धारूरकर
मुंबई नगर निगम में स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष तथा शिवसेना के नेता यशवंत जाधव की मुंबई स्थित 41 संपत्तियां आयकर विभाग ने कुर्क की हैं। यशवंत जाधव आजकल महाराष्ट्र में चर्चा का विषय बने हुए हैं। आयकर विभाग ने यशवंत जाधव के ठिकानों पर छापा मारा था। यशवंत जाधव 2018 से 2022 तक 36 महीने मुंबई नगर निगम में स्थायी समिति के अध्यक्ष थे। इस दौरान उनके द्वारा शहर में 41 संपत्तियां खरीदनें की आशंका है।
आयकर विभाग को मिली जाधव की डायरी में ‘मातोश्री’ को 50 लाख की घड़ी और दो करोड़ के गिफ्ट देने का जिक्र था। जब इसके बारे में आयकर विभाग ने पूछा तो जाधव ने अपनी माताजी को ये पचास लाख की घड़ी और गिफ्ट देने का स्पष्टीकरण दिया था। गौरतलब है कि शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे के घर का नाम ‘मातोश्री’ है। अब आयकर विभाग के जांच में यह 41 संपत्तियां कुर्क की गयी हैं। इन संपत्तियों में बांद्रा का पांच करोड का फ्लैट, भायखला में होटल क्राउन इंपिरियल, भायखला में बिलखडी चेंबर बिल्डिंग में 31 फ्लैट शामिल हैं।
मुंबई नगर निगम के स्थायी समिति अध्यक्ष होने के दौरान यह सारी संपत्तियां खरीदने का आयकर को संदेह है। ये संपत्तियां यशवंत जाधव के करीबी रिश्तेदारों के नाम से रजिस्टर हैं। होटल यशवंत जाधव की पत्नी शिवसेना विधायक यामिनी जाधव की मां सुनंदा मोहिते के नाम पर है।
आयकर विभाग का यह मानना है कि जाधव ने 2018 और 2020 के दौरान बीएमसी के टेंडर दिलाने में मदद करने के लिए ठेकेदारों से पैसे लिए थे। सूत्रों ने बताया कि जाधव को कमीशन के तौर पर करीब 15 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। आयकर विभाग को संदेह है कि जाधव ने 2018 और 2020 के बीच कथित तौर पर रिश्वत ली और शेल कंपनियों में निवेश किया। आयकर विभाग ने कूपर महल, मझगांव, भायखाला और अन्य स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था।
वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेता का आरोप है कि इस विषय में अवैध संपत्तियां और बहुत बड़ी संख्या में हैं जो जांच आगे जाने पर उजागर होगी। कुर्क लगभग 3 दर्जन अचल संपत्तियों का विवरण, जिनकी कीमत 130 करोड़ रुपये से अधिक हो सकती है । अंतरराष्ट्रीय हवाला लेनदेन में उनकी संलिप्तता और गलत तरीके से अर्जित धन को कुछ विदेशी न्यायालयों में भेजने के साक्ष्य भी मिले हैं। आयकर विभाग ने बताया है कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि इन ठेकेदारों ने उपरोक्त कदाचार के कारण 200 करोड़ रुपये तक की आय की चोरी की है। तलाशी अभियान के दौरान 2 करोड़ रुपये की अघोषित नकदी और 1.5 करोड़ रुपये के आभूषण जब्त किए गए हैं। आगे की जांच अभी जारी है । एक कंपनी न्यूजहॉक मल्टीमिडिया प्राइवेट लिमिटेड के विनीत जाधव और यशवंत जाधव का नगर निगम का काम देखनेवाले विलास मोहिते की भी जांच कर उनको बयान दर्ज कराने के लिए आयकर विभाग ने तलब किया।
यशवंत जाधव की 41 संपत्तियां कुर्क करने से चर्चा का विषय बना हुआ है। यह मुंबई की करोड़ों रूपये कीमत की संपत्तियां अगर कुछ महीने में खरिदी जा सकती हैं तो भ्रष्टाचार का दायरा और गति कितनी होगी इसका अंदाजा लगाने का प्रयास हो रहा है। मुंबई मे जनजीवन की बढ़ती समस्याओं के बीच ऐसे प्रकरण सामने आने से शिवसेना की छवि पर बुरा असर हो रहा है। मुंबई नगर निगम के चुनाव आने वाले हैं इसके कारण ऐसे विषय की चर्चा मुंबई में तेज है। राज ठाकरे ने भी अपने भाषण में इस विषय का जिक्र किया था और मुंबई नगर निगम में शिवसेना के भ्रष्टाचार पर तीखी आलोचना की थी।
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