बस्ते के बोझ तले बचपन न खोए और मासूमों को ज्ञान भी भरपूर मिले, इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए सूर्या फाउंडेशन ने शानदार पहल की है। इस संस्था ने नई शिक्षा नीति 2020 के पाठ्क्रम के अनुसार ‘एक कक्षा-एक किताब’ के तहत कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के बस्ते का भार कम किया है। इसने एक कक्षा के लिए सिर्फ एक किताब छापी है, जिसमें सभी विषयों समावेश किया गया है। इस पहल से अभिभावकों को भी किताबों पर अधिक खर्च नहीं करना पड़ेगा।
सूर्या फाउंडेशन से मिली जानकारी के अनुसार कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के लिए सभी विषयों को मिलाकर एक किताब सूर्य भारती बनाई गई है। उन्होंने इस परियोजना को ‘एक कक्षा-एक किताब’ नाम दिया है। इसका उद्देश्य है बस्ते का बोझ करना, कम खर्चीली किताबें उपलब्ध कराना, बच्चों में देशभक्ति और भारतीय संस्कृति का भाव जगाना है। इस किताब में बाल केंद्रित और क्रियाकलाप आधारित शिक्षा को भी समाहित किया गया है।
सूर्या फाउंडेशन ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को ध्यान में रखते हुए ये किताबें तैयार की हैं। इसमें हिंदी, संस्कृत, अंग्रेजी, गणित, परिवेश अध्ययन, विज्ञान, समाजिक विज्ञान, योग, खेल, नृत्य, संगीन आदि को शामिल किया गया है। इसके अलावा किताब में वेद, पुराण, उपनिषद, रामायण, गीता, महाभारत, पंचतंत्र आदि के अंश को भी शामिल किया गया है।
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