दून इंटरनेशनल स्कूल और हयात रिजेंसी में पिछले तीन दिनों से चल रहे देहरादून लिटरेचर फेस्टिवल के चौथे संस्करण का रंगारंग समापन हो गया। समापन सत्र में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रख्यात लेखक प्रसून जोशी, गायक सोनू निगम, वरुण गुप्ता और सतीश शर्मा के साथ मंच साझा किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारे साहित्यकार एवं बुद्धिजीवी समाज को दिशा देने का कार्य करते हैं, वे हमारे ब्रांड एंबेसडर हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी के सहयोग से उत्तराखंड को अग्रणी राज्य बनाएंगे। पर्यटन क्षेत्र में भी देश में राज्य को पहचान दिलाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कपट रहित व्यवहार उत्तराखंड की पहचान है। हमारे युवा देश के भविष्य के निर्माता हैं, युवाओं को अपनी परंपराओं से जोड़ने का हमारा प्रयास है। सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव जग जाहिर है। उनके कुशल मार्गदर्शन में विकास की दृष्टि से प्रदेश के आने वाले पांच साल स्वर्णिम वर्ष होंगे। पीएम मोदी ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। राज्य को विकास की दृष्टि से रजत जयन्ती वर्ष में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के लिये हम प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ‘विकल्प रहित संकल्प’ के ध्येय वाक्य पर काम कर रही है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेस-वे पर तेजी से कार्य चल रहा है, जल्द ही निर्माण कार्य पूरा होगा। जिससे देहरादून से दिल्ली की दूरी महज ढाई घंटे की रह जाएगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड आंदोलन पर आधारित वरुण गुप्ता की फिल्म ‘तिराहा’ के पोस्टर का भी विमोचन किया। इस अवसर पर सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष, प्रसिद्ध लेखक व कवि प्रसून जोशी तथा फिल्म निर्माता निर्देशक अली अब्बास जफर ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक सोनू निगम ने भी अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन सतीश शर्मा द्वारा किया गया।
पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर का सत्र:
दून लिटरेचर फेस्ट के दूसरे दिन, युवा लेखक सम्बरीश पी.ए के साथ पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर ने चर्चा सत्र में प्रतिभाग किया। लेखक सम्बरीश की लिखी किताब ‘ए ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ साइंस इन इंडिया’ इनदिनों खासी सुर्खियां बटोर रही है। पदम श्री लेखक रस्किन बांड के साथ इम्तियाज अली ने, ताहिरा कश्यप खुराना के साथ ऋचा अनिरुद्ध ने संवाद किया। लेखक ललित मोहन रयाल, रणवीर सिंह चौहान, गीता श्री, आदि ने भी श्रोता दर्शकों में अमिट छाप छोड़ी।

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