प्रतीकात्मक चित्र
बीते दिनों कर्नाटक के शिवमोगा में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा की हत्या से कर्नाटक में भारी तनाव है। पुलिस की जाँच में सामने आया था कि हर्षा ने हाल में अपने फेसबुक प्रोफाइल पर हिजाब के ख़िलाफ़ और भगवा शॉल के समर्थन में पोस्ट लिखी थी। इसी को उसकी हत्या के पीछे की वजह बताया जा रहा है। 26 वर्ष के हर्षा की 20 फरवरी को कुछ इस्लामिक कट्टरपंथियों ने चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी जिसके बाद से ही कर्नाटक की राजनीति गरम है।
अब इस मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई का बयान सामने आया है। मुख्यमंत्री बोम्मई ने इस वारदात को क्रूर करार देते हुए साजिश और योजनाबद्ध तरीके से की गई हत्या करार दिया। उन्होंने इसे एक बड़ी साजिश बताते हुए इसके जड़ तक पहुँचने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा “हर्षा, जिसे हर्षा हिंदू के नाम से भी जाना जाता था। वो एक कार्यकर्ता था। वो हर तरह के धार्मिक कार्यक्रमों में सबसे आगे रहता था। उसने हाल ही में हिंदुओं के कई अहम मामलों को उठाया था, जिससे कई लोग काफी चिढ़े हुए थे। कई स्थानीय लोग उसके खिलाफ थे। ये हत्या बहुत ही भयानक थी। ये हत्या से बढ़कर है। ये हार्डकोर दुश्मनी है, जिसे एक छोटे से लड़के पर दिखाया गया है। उसकी हत्या पीछे का सबसे बड़ा कारण यह था कि वो एक हिंदू एक्टिविस्ट था और बहुत ही मुखर तरीके से अपनी आवाज को उठाता था।”
घटना के बाद से पुलिस एक्शन मोड में है और अबतक 6 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और पूछताछ चल रही है। 6 मुस्लिम कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया है जिसमें रियाज, नदीम, मुजाहिद, कासिफ, आसिफ, अफान (रिहान) शामिल है।
पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने हर्षा का पीछा किया, फिर उसे मारा। कुछ चश्मदीद भी मिले हैं। पुलिस के मुताबिक पीड़ित के ऊपर साल 2016-17 में मजहबी भावनाएँ आहत करने के आरोप में केस दर्ज हुआ था। हर्षा की हत्या करने में रियाज, मुजाहिद, कासिफ, आसिफ का हाथ था जबकि इसकी साजिश रचने में नदीम और अफान शामिल थे। पुलिस ने बताया कि इस पूरे हत्याकांड में कासिफ मुख्य आरोपित है।
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अम्बुज भारद्वाज पाञ्चजन्य में सोशल मीडिया कॉर्डिनेटर के रूप में कार्यरत हैं। अम्बुज कई मुद्दों पर पाञ्चजन्य के लिए ग्राउंड रिपोर्टिंग भी कर चुके हैं। राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंध और इनवेस्टिगेटिव जर्नलिज्म विशेष रुचि के क्षेत्र हैं। उनके कई ग्राउंड रिपोर्टिंग और फेक न्यूज़ को उजागर करने वाली रिपोर्ट्स को देशभर में सराहा गया।
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