गुजरात स्थित खेड़ा जिले के नडियाद में लव जिहाद का मामला सामने आया है। पीड़िता द्वारा मामले में शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने आठ आरोपियों को नडियाद टाउन थाने को सौंप दिया है। जबकि मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए चार टीमों को लगाया गया है।
मुस्लिम युवक यासर खान पठान ने सोशल मीडिया के जरिए दो साल पहले 2020 में 24 साल की हिंदू पीड़िता से मिला। धीरे-धीरे यासर खान पठान ने पीड़िता के साथ बातचीत शुरू की और उसे अपने झूठे प्रेम के जाल में फँसा कर डेट करने लगा। इस बीच एक दिन पीड़िता ने उसे बताया कि वो विदेश से नर्सिंग की स्टडी करना चाहती है। बस फिर क्या आरोपित ने उसे विदेश भेजने के नाम पर उससे पैसे ठगे और उसका शारीरिक शोषण भी किया। इस पूरे मामले के सामने आने के बाद पुलिस ने आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी और उसका एक साथी अभी भी फरार है। पीड़ित लड़की अनुसूचित जाति, यानी कि दलित समुदाय से है।
जानकारी के मुताबिक आरोपित ने कुछ महीने पहले युवती को पोलैंड ले जा कर शादी करने का झांसा दिया और पांच लाख रुपये की मांग की। इस पर युवती ने आरोपित पर भरोसा करते हुए अपने पिता से इस रकम की मांग की। अपने जाल में फंसाने के लिये मुख्य आरोपी याशर खान पठान ने जय नाम के एक दोस्त से पोलैंड से डुप्लीकेट वीजा सर्टिफिकेट बनवाकर लड़की को दिया जिसे लड़की ने अपने पिता को दिखा कर 5 लाख रुपये लेकर घर से निकल गई। इसके बाद आरोपी यासर खान ने युवती को ये कह कर दुबई भेज दिया कि वह कुछ दिनों में दुबई आ जाएगा।
दुबई पहुचकर लड़की हैरान रह गई जब उसे पता चला कि जिस होटल में वो ठहरी है, वहां देह व्यापार चल रहा है। घबराई युवती ने आरोपी यासर खान से संपर्क किया और वहां निकालने का दवाब बनाया। दबाव में आरोपी ने लड़की को टिकट भेजकर नडियाद वापस बुला लिया और उसे चार महीने से अधिक समय तक किराए के घर में रखा इस दौरान बार-बार उसके साथ यौन संबंध बनाये।
यही नहीं आरोपित घर से जब भी बाहर जाता तो लड़की को घर में ही बंद कर बाहर से ताला लगा देता, जिसके बाद आरोपी के पिता जाबिर खान पठान और फजल खान पठान दूसरी चाबी लेकर घर में पहुंच जाते और युवती के साथ शारीरिक संबंध बनाने और जोर जबरदस्ती करने की कोशिश करते। लेकिन युवती के वश में ना होने से आरोपी मुश्किल में पड़ गया था और अब युवती से छुटकारा पाने की तरकीबें सोचने लगा
कई दिनों बाद जब लड़की ने यासिर से शादी करने की जिद की तो यासिर की मां शहनाज पठान ने वहां जाकर युवती को बुर्का पहनने और कलमा पढ़ने का दबाव बनाया। साथ ही यह भी कहा कि उसका लड़का या फिर उससे कहे में नहीं है तो लड़की शादी का ख्वाब छोड़ कर अपने घर चली जाए। आखिरकार लड़की ने शादी के नाम पर खुद के साथ धोखाधड़ी होने का एहसास होने के बाद होने पर नडियाद पुलिस थाने में 10 आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई
कट्टरपंथी मानसिकता वाले इन अपराधियों की करतूत का खुलासा उस वक्त हुआ जब पीड़िता के परिवार ने पुलिस में यासर खान पठान, जाबिर खान पठान (आरोपित का अब्बू), फैजल खान पठान (आरोपित का भाई), शहनाज खान पठान (आरोपित की अम्मी), सुरैया खान पठान, फरदीन खान सैयद, फरीदबानु मालेक, नदीम मालेक, जय कदम और एक अन्य आरोपित के खिलाफ शिकायत की। पीड़ित परिवार ने पुलिस को बताया कि कैसे यासर खान पठान ने उनकी बेटी को अपने जाल में फंसाकर उसका शारीरिक और मानसिक शोषण किया।
शिवम् दीक्षित एक अनुभवी भारतीय पत्रकार, मीडिया एवं सोशल मीडिया विशेषज्ञ, राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार विजेता, और डिजिटल रणनीतिकार हैं, जिन्होंने 2015 में पत्रकारिता की शुरुआत मनसुख टाइम्स (साप्ताहिक समाचार पत्र) से की। इसके बाद वे संचार टाइम्स, समाचार प्लस, दैनिक निवाण टाइम्स, और दैनिक हिंट में विभिन्न भूमिकाओं में कार्य किया, जिसमें रिपोर्टिंग, डिजिटल संपादन और सोशल मीडिया प्रबंधन शामिल हैं।
उन्होंने न्यूज़ नेटवर्क ऑफ इंडिया (NNI) में रिपोर्टर कोऑर्डिनेटर के रूप में काम किया, जहां इंडियाज़ पेपर परियोजना का नेतृत्व करते हुए 500 वेबसाइटों का प्रबंधन किया और इस परियोजना को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान दिलाया।
वर्तमान में, शिवम् राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य (1948 में स्थापित) में उपसंपादक के रूप में कार्यरत हैं।
शिवम् की पत्रकारिता में राष्ट्रीयता, सामाजिक मुद्दों और तथ्यपरक रिपोर्टिंग पर जोर रहा है। उनकी कई रिपोर्ट्स, जैसे नूंह (मेवात) हिंसा, हल्द्वानी वनभूलपुरा हिंसा, जम्मू-कश्मीर पर "बदलता कश्मीर", "नए भारत का नया कश्मीर", "370 के बाद कश्मीर", "टेररिज्म से टूरिज्म", और अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले के बदलाव जैसे "कितनी बदली अयोध्या", "अयोध्या का विकास", और "अयोध्या का अर्थ चक्र", कई राष्ट्रीय मंचों पर सराही गई हैं।
उनकी उपलब्धियों में देवऋषि नारद पत्रकार सम्मान (2023) शामिल है, जिसे उन्होंने जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार खान की साजिश को उजागर करने के लिए प्राप्त किया। यह सम्मान 8 मई, 2023 को दिल्ली में इंद्रप्रस्थ विश्व संवाद केंद्र (IVSK) द्वारा आयोजित समारोह में दिया गया, जिसमें केन्द्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल, RSS के सह-प्रचार प्रमुख नरेंद्र जी, और उदय महुरकर जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिवम् की लेखन शैली प्रभावशाली और पाठकों को सोचने पर मजबूर करने वाली है, और वे डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय रहे हैं। उनकी यात्रा भड़ास4मीडिया, लाइव हिन्दुस्तान, एनडीटीवी, और सामाचार4मीडिया जैसे मंचों पर चर्चा का विषय रही है, जो उनकी पत्रकारिता और डिजिटल रणनीति के प्रति समर्पण को दर्शाता है।
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