उल्लेखनीय है कि विधान सभा चुनाव-2022 से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बहुत प्रयास करने पर शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी के साथ आए थे। शिवपाल यादव के साथ आने के बावजूद सपा सत्ता में नहीं आ पायी। चुनाव परिणाम आने के बाद कयास लगाये जा रहे थे कि सपा शिवपाल यादव को नेता प्रतिपक्ष बना सकती है। इस संबंध में सोशल मीडिया पर भी खूब प्रचार भी हुआ कि अखिलेश यादव अपने चाचा शिवपाल यादव को नेता प्रतिपक्ष बनायेंगे। लेकिन अखिलेश यादव ने लोकसभा से इस्तीफा देकर इन अटकलों पर विराम लगा दिया।
सपा के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में शिवपाल यादव के न पहुंचेन पर जब शिवपाल यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमें बुलाया ही नहीं गया। इससे स्पष्ट है कि मुलायम परिवार में अभी भी सबकुछ ठीक नहीं है। अगर शिवपाल यादव फिर से सपा से दूर जाते हैं तो अखिलेश यादव की भाजपा को घेरने की रणनीति पर पानी फिर सकता है।
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