रामपुर में अभिनेत्री व सांसद जया प्रदा के लिए अभ्रद टिप्पणी करने के मामले में फरार चल रहे रामपुर के चेयरमैन मोहम्मद अजहर खान ने अदालत में समर्पण कर दिया है। योगी सरकार का अपराधियों हिस्ट्रीशीटरों में इतना खौफ है कि वो खुद ब खुद पुलिस के सम्मुख आत्मसमर्पण कर रहे हैं।
30 जनवरी 2019 को एक जनसभा में आजम खान, अब्दुल्ला आज़म सांसद एसटी हसन के साथ मंच से सांसद जया प्रदा के खिलाफ अभ्रद भाषा बोलने वाले मोहम्मद अज़हर खान को भी कोर्ट में आत्मसमर्पण करने को मजबूर होना पड़ा। फरवरी 2019 से फरार चल रहे अज़हर खान रामपुर के चेयरमैन और आजम खान का करीबी है। अजहर खान पर 13 मुक़दमे चल रहे हैं और 23 अगस्त 2020 को उनके घर की कुर्की के आदेश भी हो चुके थे। उनका मुकदमा, एमपी-एमएलए विशेष अदालत में चल रहा है, जिसकी अगली सुनवाई 29 मार्च को होनी है।
शाहजहांपुर में हिस्ट्रीशीटर सुनील ने किया आत्मसमर्पण
कई महीने से भूमिगत हिस्ट्रीशीटर सुनील ने कोतवाली में पहुंच कर आत्मसमर्पण कर दिया। चुनाव से पहले पुलिस को उसकी तलाश थी। आत्मसमर्पण करने से पहले सुनील गले में तख्ती लगाए पुलिस अधिकारियों के सम्मुख पहुंचा, जिसमें लिखा था कि उसने अपराधों से तौबा कर ली है और यदि वो ऐसा करता है तो पुलिस उसका एनकाउंटर कर दे।
सहारनपुर में भी आत्मसमर्पण
सहारनपुर पुलिस के गागलहेड़ी थाने में आठ हिस्ट्रीशीटरों ने पुलिस अधिकारियों के आगे हाथ उठाकर आत्मसमर्पण किया। कल चिलकाना थाने में 13 हिस्ट्रीशीटरों ने पुलिस के आगे आत्मसमर्पण कर आपराधिक कार्यों से तौबा किया।
खेकड़ा में 50 हजार के इनामी बदमाश के घर की कुर्की
गांव बसी में दोहरे हत्याकांड के आरोपी कपिल बसी के घर की पुलिस ने कुर्की कर दी। बसी पर गांव के ही रहने वाले दो लोगों की हत्या करने का आरोप है। इस फरार बदमाश पर पुलिस ने 50 हज़ार का इनाम घोषित कर दिया है।
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