पुलवामा में सुरक्षाबलों ने जिले के नैना बटपोरा गांव की एक मस्जिद में छिपे दोनों आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों की पहचान फिलहाल नहीं हो पाई है। मारे गए आतंकी लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से संबंधित थे। मुठभेड़ स्थल से दोनों आतंकियों के शवों के साथ भारी मात्रा में हथियार व गोलाबारूद भी बरामद हुआ है।
पुलवामा में मुठभेड़ के मद्देनजर प्रशासन ने पुलवामा और शोपियां में एहतियात के तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया था। इसके अलावा श्रीनगर-बनिहाल रेल सेवा को भी स्थगित कर दिया गया था। आईजीपी (कश्मीर) विजय कुमार ने दोनों आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि मस्जिद में छिपे होने की वजह से अभियान में देरी हुई।
गुरुवार सुबह पुलवामा पुलिस को गुप्त सूत्रों से नैना बटपोरा गांव में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। सूचना मिलने पर सेना की 55 आरआर, एसओजी व सीआरपीएफ की 182 बटालियन के जवानों ने साथ मिलकर तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान गांव के एक मकान में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों को अपने नजदीक आते देखकर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके जवाब में सुरक्षा बलों ने भी फायरिंग शुरू कर दी। हालांकि सुरक्षाबलों ने आतंकियों से आत्मसमर्पण की अपील की, लेकिन वे नहीं माने और गोलीबारी तेज करते हुए मकान से निकलकर पास की मस्जिद में जा छिपे।
धार्मिक स्थान की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए सुरक्षाबलों ने एक बार फिर आतंकियों से आत्मसमर्पण की अपील की और इसके लिए स्थानीय लोगों व मौलवी की मदद भी ली गई। आतंकियों के न मानने पर सुरक्षाबलों ने कार्रवाई तेज करते हुए एक के बाद दूसरे आतंकी को भी मार गिराया। सुरक्षाबलों ने मस्जिद को नुकसान न पहुंचाते हुए इस अभियान को पूरा किया है। मारे गए आतंकी लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से जुड़े थे और दोनों स्थानीय बताए जा रहे हैं। उनकी पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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