विक्रम/दिनेश
वन बंधु परिषद की राष्ट्रीय महिला समिति देश के सभी प्रांतों के जंगलों और पहाड़ों में रहने वाले जरूरतमंदों के बच्चों को शिक्षित करने के लिए एकल विद्यालय के माध्यम से निशुल्क शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बड़ा स्तर पर अभियान चलाएगी। इसके लिए सभी संसाधन संस्था द्वारा जुटाए जाएंगे। यह जानकारी वन बंधु परिषद की महिला समिति की महामंत्री विनीता जाजू ने ऋषिकेश के वानप्रस्थ आश्रम में चल रहे दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि उनकी संस्था चार लाख गांवों में एक लाख एकल विद्यालयों के माध्यम से वन क्षेत्रों में पेड़ों के नीचे बैठकर जरूरतमंद बच्चों को (गांव पढ़ेगा तो देश बढ़ेगा) निशुल्क शिक्षा देकर उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने का कार्य कर रही है। संस्था इस प्रकार के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ ही उन्हें निशुल्क चिकित्सा और दवाइयां भी उपलब्ध कराती है। अभी तक संस्था छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, गुजरात के वनवासी क्षेत्रों के अतिरिक्त उत्तराखंड राज्य में भी एकल विद्यालय चला रही है। विनीता जाजू ने बताया कि उनकी संस्था एकल विद्यालय के अंतर्गत 5 आयामों को ध्यान में रखकर अपनी योजनाओं जिसमें शिक्षित भारत, स्वस्थ भारत ,समर्थ भारत, स्वावलंबी भारत के अलावा संस्कारित भारत, मिशन को आगे बढ़ा रही है। संस्था अपने पांच आयामों के अतिरिक्त सूचना के अधिकार के तहत प्रत्येक नागरिक को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किए जाने और ग्रामोत्थान योजना के अंतर्गत गांव का विकास किए जाने के मिशन को भी बढ़ा रही है। 33 शहरों से 170 महिलाएं योजना को बढ़ाने में सहयोग कर रही हैं। इसके तहत बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा देकर उन्हें देश दुनिया में होने वाली नई तकनीकी की भी जानकारी दी जा रही है। यह संस्था किसी भी सरकार से योगदान नहीं लेती। सदस्यों के माध्यम से ही संस्था का संचालन हो रहा है।
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