रूस-यूक्रेन में चल रहे जंग के बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की क्वाड नेताओं के साथ वर्चुअल बैठक हुई, जहां पीएम ने कहा कि क्वाड को उद्देश्य से नहीं भटकना चाहिए। क्वाड को भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के अपने मूल उद्देश्य पर केंद्रित रहना चाहिए। वहीं, इस दौरान पीएम मोदी ने मानवीय और आपदा राहत, स्वच्छ ऊर्जा, कनेक्टिविटी, ऋण स्थिरता जैसे क्षेत्रों में क्वाड में व्यावहारिक रूप से सहयोग की बात कही।
क्वाड की बैठक में यूक्रेन-रूस जंग की भी चर्चा की गई। यूक्रेन के हालातों और इसके व्यापक प्रभावों का भी आकलन किया गया। इसके अलावा दक्षिण पूर्व एशिया, हिंद महासागर क्षेत्र और प्रशांत द्वीप समूह की स्थिति पर भी चर्चा हुई। इस दौरान पीएम ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान का पालन करने के महत्व को दोहराया। बैठक में नेताओं ने संपर्क में रहने और जापान में आगामी नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए महत्वाकांक्षी एजेंडा की दिशा में काम करने पर सहमति व्यक्त की है।
क्वाड की बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन, जापान के पीएम फुमियो किशिदा शामिल हुए। बता दें कि क्वाड का नाम क्वाड्रीलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग है, जिसकी स्थापना 2017 में हुई थी, जो कि जापान, ऑस्ट्रेलिया, भारत और अमेरिका के बीच एक बहुपक्षीय समझौता है। यह मुख्य रूप से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में काम कर रहा है, ताकि समुद्री रास्तों से व्यापार आसान हो सके।
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