सोनीपत में पुलिस ने ले मोहाना क्षेत्र से चार आतंकी गिरफ्तार किए थे। इनके कब्जे से पुलिस को एके-47 सहित तीन पिस्टल व अन्य हथियार भी बरामद हुए हैं। पकड़े गए आतंकियों के आतंकी संगठन खालिस्तान से संबंध है। जो पाकिस्तान के इशारे पर भारत में गड़बड़ी करने की कोशिश कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इनका निशाना पंजाब के चुनाव थे। सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होने की वजह से यह आतंकी वारदात को अंजाम नहीं दे पाए।
अभी तक की पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि बदमाशों ने मोहाली में एक हत्या को अंजाम देना था। इसकी तैयारी पूरी हो चुकी थी। लेकिन इससे पहले ही उनकी यह कोशिश लीक हो गई। इसके आधार पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की जांच टीम को पता चला है कि आतंकियों को मोगा के बैंक में अकाउंट है। इसकी जांच के लिए ही उन्हें वहां ले जाया गया है। खुफिया एजेंसियों के इनपुट पर यह गिरफ्तारी हुई थी। जांच टीम के सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार किए गए चारो आतंकी पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा में बैठे आतंकियों से जुड़े हुए थे।
सोनीपत एसपी राहुल शर्मा ने बताया कि यह आतंकी देशद्रोही गतिविधियों में शामिल है। पंजाब में हिंसा फैलाने व माहौल को खराब करने के लिए खालिस्तान टाइगर फाॅर्स व इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के सदस्यों से जुड़ कर टारगेटेड किलिंग को अंजाम दे चुके हैं। इन आतंकियों की पहचान सुनील उर्फ पहलवान, जतिन, सागर को जुआं गांव में एक घर में घेर कर पकड़ा था।
एसपी ने बताया कि सागर उर्फ बिन्नी शातिर अपराधी है। उस पर पहले भी मुकदमे दर्ज है। उसने गांव जुआं के ही अपने साथी सुनील और जतिन को अपने साथ मिला लिया था। वह ऑस्ट्रेलिया में रह रहे आतंकी गुरजंट उर्फ जंटा , पाकिस्तान में रहे आतंकी लखवीर सिंह रोड़, कनाडा में शरण लिए आतंकी हरदीप सिंह निज्जर व अर्शदीप सिंह डाला के संपर्क में थे।
पंजाब के गांव उधमपुर के अवतार सिंह की हत्या कर चुके हैं
सोशल मीडिया पर विभिन्न एप से यह एक दूसरे के संपर्क में रहते थे। तीनों आतंकी पंजाब में टारगेट किलिंग को अंजाम दे रहे थे। दिसंबर 2021 में पंजाब के मोरिंडा थाने के गांव उधमपुर के अवतार सिंह की हत्या कर चुके थे। यह आतंकी पंजाब के ही मोहाली में भी एक हत्या को अंजाम देने की कोशिश में थे। इससे पहले ही पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया।
सोनीपत में पहले भी पकडे़ गए प्रतिबंधित संगठन के सदस्य
पुलिस ने सिख फॉर जस्टिस के सदस्य विकास वर्मा, उर्फ मोहम्मद विकास को भी काबू किया था। कुछ दिन पहले मुरथल से पुलिस ने जैश ए मोहम्मद के तीन मददगारों को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की थी। आरोपियों में एक पति पत्नी और उनका तीसरा साथी शामिल थे। इनकी पहचान पंजाब के तरनतारन निवासी रवि व वीरेंद्र दीप कौर के तौर पर हुई थी। इनके तीसरे साथी चंडीगढ का कणभ भी पकड़ा गया था। तीनों फर्जी पासपोर्ट बनवा कर विदेश भागने की तैयारी कर रहे थे।
सोनीपत में स्लीपिंग सैल है आतंकियों के
पुलिस की जांच इस बात को लेकर भी है कि सोनीपत में आतंकवादी कैसे पनाह ले जाते हैं। क्या इनके यहां स्लीपिंग सैल है, जो उनके लिए मदद का काम कर रहे हैं। जिस तरह से यहां लगातार प्रतिबंधित संगठन के सदस्य गिरफ्तार हो रहे हैं,इससे पुलिस की जांच में अब यह भी शामिल है कि यहां के कौन लोग है, जो इनकी मदद कर रहे हैं। क्योंकि स्थानीय सहयोग के आतंकी यहां अपना बेस नहीं बना सकते। किसी ने किसी स्तर पर उनकी यहां मदद हो रही है। अब वह कौन है? इसकी पहचान के लिए भी जांच तेज हो गई है।
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