विवाह की रस्म में महिलाएं और बच्चियां कुएं को घेर कर खड़ी थीं। तभी कुएं के पास हादसा हुआ और देखते-देखते बच्चियां और महिलाएं कुएं में गिर गईं। इस घटना में 13 लोगों की मृत्यु हो गई। इस घटना के तुरंत बाद स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा पूजा यादव ने अपनी मां समेत पांच लोगों की जान बचाई। छठवीं बार जब वो कुएं में कूदी तब खुद कुएं में डूब गई। वह सेना में भर्ती होना चाहती थी। पूजा के अदम्य साहस की हर ओर चर्चा हो रही है।
पूजा ने दो बच्चों अनूप, उपेन्द्र और अपनी मां लीलावती समेत पांच लोगों की जान बचाया। आस-पास के लोगों ने बताया कि पूजा सभी की जान बचाना चाहती थी। पांच लोगों की जान बचाने के बाद वो थक चुकी थी मगर वो छठवीं बार भी कुएं में कूदी। मगर इस बार वो कुएं में डूब गई। जानकारी के अनुसार पूजा लखनऊ में रहकर सेना में भर्ती की तैयारी कर रही थी। वह तहसीलदार शाही महाविद्यालय में स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। पूजा के पिता बलवंत यादव सेना में हवलदार के पद पर हैं और इस समय जम्मू-कश्मीर में तैनात हैं।
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