मुजफ्फरनगर जिले में फैल रहे प्रदूषण को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने कड़ा रुख अपनाते हुए दो बड़े उद्योगों पर 55 करोड़ रुपए जुर्माना लगाया है। इन दोनों उद्योगों को आखिरी चेतावनी दे दी गई है।
जानकारी के मुताबिक पिछले दो सालों से एनजीटी के निर्देशों का पालन नहीं करने पर मुजफ्फरनगर जिले के शादीलाल डिस्टलरी पर 50 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। एनजीटी ने कहा है कि उनके नियुक्त एक समिति द्वारा दो साल पहले यहां मुआयना करके डिस्टलरी प्रबन्धकों को निर्देशित किया गया था कि वो अपने यहां प्रदूषण को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं, लेकिन ऐसा कोई प्रयास डिस्टलरी द्वारा नहीं किया गया।
एनजीटी ने डीएसएम शुगर मिल को भी प्रदूषण मामले में नोटिस दिया गया था, लेकिन दोनों उद्योगों की ओर से प्रदूषण नियंत्रण के लिये कुछ भी नहीं किया गया। जिस पर डिस्टलरी पर 50 करोड़ और शुगर मिल पर पांच करोड़ रुपए जुर्माना किया गया है। एनजीटी ने एक हफ्ते में जुर्माना भरने और 30 अप्रैल 22 तक प्रदूषण नियंत्रण नहीं करने पर इकाई को बन्द करने की चेतावनी दी गई है।
बागपत के ईंट भट्टो को भी नोटिस
एनजीटी ने बागपत जिले के 20 ईंट भट्टो को भी प्रदूषण फैलाने के आरोप में नोटिस दिया गया है और जिला प्रशासन को इन्हें बन्द करने के निर्देश जारी किये हैं।
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