बोधगया बम विस्फोट में जेहीदुल इस्लाम नौवां आतंकवादी है, जिसे सजा सुनाई गई है। इससे पहले 26 दिसंबर, 2021 को आठ आतंकवादियों को सजा सुनाई गई थी। इनमें से तीन को उम्रकैद की सजा मिली है। ये हैं—अहमद अली उर्फ कालू, पैगंबर शेख और नूर आलम मोमिन। शेष पांच को 10—10 वर्ष की सजा मिली है। ये हैं—दिलावर हुसैन, मुस्तफा रहमान उर्फ शाहीन उर्फ तूहीन, आरिफ हुसैन उर्फ अताकुर उर्फ सैयद उर्फ अनस उर्फ आलमगीर शेख, मोहम्मद आदिल शेख उर्फ अब्दुल्लाह और अब्दुल उर्फ करीम शेख उर्फ फंटू शेख।
उल्लेखनीय है कि इन जिहादियों ने 19 जनवरी, 2018 को उस समय बोधगया में बम विस्फोट किया था, जब बिहार के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक और पूज्य दलाईलामा अनेक विदेशी मेहमानों के साथ वहां उपस्थित थे।
इसकी जांच एनआईए को सौंपी गई थी। बम विस्फोट करने के बाद जेहीदुल इस्लाम बेंगलूरू भाग गया था। वहां वह कुछ इस्लामी संगठनों के सहयोग से रह रहा था। एनआईए ने उसे 5 अगस्त, 2018 को गिरफ्तार किया था। इस घटना में शामिल बाकी जिहादी पश्चिम बंगाल के मालदह के रहने वाले थे।
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