गत 30 जनवरी को संस्कार भारती, दिल्ली प्रान्त द्वारा गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में भारत माता पूजन दिवस का कार्यक्रम आभासी माध्यम से सम्पन्न हुआ। देश के गुमनाम शहीदों को स्वतंत्रता के इस अमृत महोत्सव में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देशभक्ति गीतों से भरपूर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर संस्कार भारती के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य अशोक तिवारी और उत्तर क्षेत्र प्रमुख नवीन शर्मा का जुड़ना हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत दिल्ली प्रान्त के कार्यकारी अध्यक्ष प्रभात कुमार व संयोजक अवनीश त्यागी समेत दिल्ली प्रान्त कार्यकारिणी के अन्य पदाधिकारियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए देवेंद्र खन्ना ने भारत माता पूजन दिवस को संस्कार भारती द्वारा वर्षभर में मनाए जाने वाले 6 उत्सवों में एक बताया। कार्यक्रम का प्रारंभ बाल कलाकार चितवन त्यागी, सृजन त्यागी और श्रुति सिंह के देशभक्ति से ओतपोत गीतों से हुआ। नकुल दुबे के वायलिन और वीरेंद्र सिंह की बांसुरी की जुगलबंदी ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। भारत को जन्मभूमि बताकर उसकी साधना करने का संदेश एस वरुण कुमार ने सुंदर गीत के माध्यम से दिया। इसके बाद तिरंगे की महिमा पर गरिमा गुप्ता ने एक गीत प्रस्तुत किया। 'अपनी जन गणतंत्र विधाता' गीत से तन्नू शर्मा ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। हारमोनियम का वादन व साथ गायन करते हुए भारत माँ की जय गीत पर शानदार प्रस्तुति गायत्री ने पेश की। डॉ मधुलता व शैलेश यादव की युगल प्रस्तुति ने शाम का समा ही बांध दिया। स्वदेश पर अपनी शानदार प्रस्तुति आशीष गुप्ता ने पेश की। संगीत कार्यक्रम की अंतिम प्रस्तुति स्वयं कार्यक्रम संयोजक अवनीश त्यागी द्वारा पेश की गई।
संगीत कार्यक्रम के बाद उत्तर क्षेत्र प्रमुख नवीन शर्मा ने अपने उद्बोधन में भारत की गौरवशाली परंपरा का जिक्र करते हुए भारतीय ऋषि—मुनियों के द्वारा लिखे गए ग्रन्थों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि भारत माता पूजन दिवस हमें हमारे स्वाभिमान को जगाने के दिवस के तौर पर याद रखना चाहिए। हमें यह याद रखना चाहिए कि सभी बाहरी आक्रमण, सैकड़ों षड्यंत्रों के बाद भी हम एक सभ्यता के तौर पर हजारों सालों से अपने अस्तित्व में बरकरार हैं। अंत में धन्यवाद ज्ञापन दिल्ली प्रान्त के कार्यकारी अध्यक्ष प्रभात कुमार ने किया।
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