इस खबर पर किसी को भी सहसा यकीन नहीं होगा कि युद्धग्रस्त सीरिया में अमेरिका की एक महिला आईएसआईएस की महिला बटालियन की प्रमुख थी। लेकिन यह सच है। हाल ही में गिरफ्तार की गई यह अमेरिकी महिला जिहादी अब एफबीआई की हिरास्त में है।
पकड़ी गई इस महिला पर अनेक गंभीर आरोप हैं। यह महिला जिहादी दुनिया के अनेक देशों में इस्लामी जिहाद चला रहे आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) की महिला बटालिन की सरगना थी। सीरिया में इस अमेरिकी जिहादी महिला पर विदेशी जिहादियों को जिहाद के लिए जरूरी चीजें पहुंचाने का आरोप है। अब अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई की पकड़ में आई इस महिला से इस्लामी जिहाद और आईएसआईएस के मंसूबों का और खुलासा होने की उम्मीद लगाई जा रही है।
आईएसआईएस की इस महिला जिहादी का नाम एलिसन फ्लूक एक्रेन बताया गया है। कहा जा रहा है कि यह कानसास की रहने वाली है। बता दें कि इससे पहले भी इस महिला के विरुद्ध 2019 में फेडरल वर्जीनिया में एक आपराधिक शिकायत दर्ज की गई थी।
आतंकवादी गुट के साथ जुड़ने के लिए ये अमेेरिकी महिला कई साल पहले सीरिया गई थी। सरकार के बयान में बताया गया है कि वह 2014 से ही आईएसआईएस के लिए कई तरह की जिहादी गतिविधियों में शामिल रही थी। इनमें कॉलेज परिसर में आतंकी हमले की साजिश भी शामिल थी।
शुरुआती जांच में पता चला है कि बाकी गतिविधियों के अलावा इस जिहादी महिला ने अमेरिका में अनेक बड़े हमलों की साजिश रची हुई थी। बताते हैं इनमें अमेरिका के कॉलेज परिसर तथा अमेरिकी शॉपिंग मॉल पर हमले शामिल थे। सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 42 साल की एलिसन कम से कम पांच फर्जी नाम इस्तेमाल करती थी। इस महिला को पहले सीरिया में पकड़ा गया था, अब हाल ही में उसे अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई को सौंपा गया है। इस जिहादी महिला को आज वर्जीनिया की जिला अदालत में पेश किया जाना है।
सूत्रों के अनुसार, आतंकवादी गुट के साथ जुड़ने के लिए ये अमेेरिकी महिला कई साल पहले सीरिया गई थी। सरकार के बयान में बताया गया है कि वह 2014 से ही आईएसआईएस के लिए कई तरह की जिहादी गतिविधियों में शामिल रही थी। इनमें कॉलेज परिसर में आतंकी हमले की साजिश भी शामिल थी। बताया यह भी गया है कि यह महिला आईएसआईएस की औरतों की बटालियन की सरगना थी और महिला जिहादियों को एके-47 रायफल चलाने का प्रशिक्षण देती थी।
इतना ही नहीं, इसने जिहादी महिला बटालियन को हथगोले चलाने और फिदायीन हमलों में काम आने वाले उपकरणों के इस्तेमाल का भी प्रशिक्षण दिया था। बताते हैं, इस महिला में इस्लामी जिहाद का जहर इस हद तक भरा हुआ है कि इसने अपने बच्चों तक को एके47 रायफल चलाने का प्रशिक्षण दिया था।
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