पश्चिम उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने पहले दौर के चुनाव प्रचार में बाजी मार ली है, जबकि विपक्ष के पास न तो प्रचार करने के लिए नेता हैं और न ही मुद्दे। बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं ने सड़कों पर जाकर प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे हैं, जबकि सपा, कांग्रेस, लोकदल के नेता केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ही काम चला रहे हैं।
पश्चिम यूपी में बीजेपी के केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कासगंज में प्रत्याशियों के लिए प्रचार सभाएं की और कहा कि योगी सरकार ने सुशासन दिया है। आगरा के दक्षिण क्षेत्र में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि मोदी और योगी सरकार यूपी के लिये जरूरी है। पश्चिम यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता इस वक्त सबसे ज्यादा है, आगरा, फतेहपुर सीकरी फतेहाबाद आदि इलाकों में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कैराना, मुजफ्फरनगर में जो गर्मी दिख रही है वो 10 मार्च के बाद ठंडी हो जाएगी।
योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद, हापुड़ पिलखुवा में कहा कि सोतीगंज जैसी कार्रवाई चलती रहेगी, गुंडे अपराधी जेल के पीछे सड़ते रहेंगे। बीजेपी के स्टार प्रचारक बन चुके केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बेखौफ होकर जनता से मिल जुल रहे हैं। इससे पार्टी प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं में जोश देखा जा रहा है। उधर सपा नेता अखिलेश यादव केवल कुछ ही स्थानों पर जाकर प्रचार कर पा रहे हैं, वो जहां भी जा रहे हैं। लोकदल के जयंत चौधरी उनके साथ रहते है, जिसकी वजह से प्रत्याशियों के प्रचार नहीं हो पा रहा है। इन दोनों का प्रचार भी प्रेस कॉन्फ्रेंस तक ही सीमित रह गया है।
कांग्रेस के पास यूपी में कोई नेता नहीं है जो कि पार्टी उम्मीदवारों का प्रचार भी कर सके। यूपी की कमान संभालने वाली प्रियंका गांधी अभी तक प्रचार के लिए नहीं निकली हैं, जबकि राहुल गांधी का ध्यान पंजाब बचाने पर लगा हुआ है। बसपा की बहन मायावती भी अभी तक लखनऊ से बाहर नहीं निकली हैं। उनके पास भी बड़े नेताओं का अभाव स्पष्ट देखा जा रहा है।
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