अमेरिका ने रूस के विरुद्ध अपने तेवर तीखे करते हुए दो टूक शब्दों में कहा है कि अमेरिका अपने सैनिकों को 'हाई अलर्ट' पर रखे हुए है। यूक्रेन की सीमा पर जमा होती जा रही रूसी सेना के जवाब में फिलहाल हमारा कोई भी सैनिक वहां नहीं भेजा गया है।
अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन ने अपनी चेतावनी को दोहराते हुए साफ कह दिया है कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला बोला तो इसका नतीजा भयानक होगा। बेहतर है इस युद्ध को किसी भी कीमत पर टाला जाए। तनाव के बढ़ने के बीच अमेरिका के सेना की संयुक्त कमान के अध्यक्ष मार्क मिले का कहना है कि अगर रूस ने हमला किया तो इसमें कई लोगों की जानें जाएंगी। सोचिए, अगर रूस घने शहरी इलाकों, सड़कों वगैरह पर हमला करता है तो जानोमाल का कितना ज्यादा नुकसान होगा।
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन को उम्मीद है कि यूक्रेन में तनाव को अब भी टाला जा सकता है। उनका कहना है कि भले ही रूसे के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सीमा पर एक लाख से ज्यादा सैनिक तैनात कर दिए हैं, लेकिन यदि वे चाहें तो युद्ध टाला जा सकता है। अभी भी संघर्ष को कूटनीति माध्यमों से टालने के लिए समय बचा है। लॉयड का आगे कहना है कि ऐसी कोई वजह नहीं है कि इस तनाव को टकराव में बदलना पड़े। पुतिन चाहें तो अब भी अपने सैनिकों को दूर हटने का निर्देश दे सकते हैं।
अमेरिका द्वारा रूस की यूक्रेन को नाटो देशों से अलग रखने की शर्त को अस्वीकार करने के बाद राष्ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात की है। बाइडेन ने उनके देश की संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता फिर पुख्ता की है। बाइडन ने भी कहा है कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो अमेरिका कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका द्वारा रूस की यूक्रेन को नाटो देशों से अलग रखने की शर्त को अस्वीकार करने के बाद राष्ट्रपति बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात की है। बाइडेन ने उनके देश की संप्रभुता तथा क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता फिर पुख्ता की है। बाइडन ने भी कहा है कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो अमेरिका कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार है।
इस बीच जो बाइडन ने रूस के 27 राजनयिकों को अमेरिका से निष्कासित करने की घोषणा की है। यह फैसला अमेरिका ने रूस की शर्त ठुकराने के फौरन बाद लिया था। व्हाइट हाउस का कहना है कि बाइडन और जेलेंस्की ने यूरोप की सुरक्षा पर एकजुट कूटनीतिक कदमों के बारे में बात की और यूक्रेन के साथ पूरी मजबूती से खड़े रहने का भरोसा दिलाया है।
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