एक ताजा समाचार के अनुसार, फ्रांस में पुलिस ने 11 पाकिस्तानियों को पकड़ा है। इन पर फर्जी दस्तावेजों के बल पर वहां के बैंकों में जाती खाले खोलकर बड़े पैमाने पर पैसे का घोटाला करने का आरोप है।
फ्रांस की पुलिस के अनुसार, पकड़े गए इन सभी पाकिस्तानियों ने 180 फर्जी बैंक खाते खोले थे और उनके जरिए 40 बैंकों में 'मनी लॉन्ड्रिंग' की थी। जांचकर्ताओं ने उन बैंक खातों से बड़ी मात्रा में नकदी जब्त की है। पकड़े गए इन सभी आरोपियों पर धोखाधड़ी तथा ठगी के मामले लगाए गए हैं। इन पर जाली दस्तावेजों और मनी लॉन्ड्रिंग के साथ ही बैंकों से धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
जर्मन समाचार पोर्टल डीडब्ल्यू न्यूज ने खबर दी है कि फ्रांस की पुलिस ने सभी को पेरिस के आसपास के क्षेत्रों से पकड़ा है। बताया गया है कि पुलिस 2020 से ही इन धोखेबाजों की जांच कर रही थी। जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए और धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े के मामले सामने आए। पर्याप्त सबूत मिलने के बाद फ्रांस की पुलिस ने छापेमारी करके 11 लोगों को गिरफ्तार किया है ओर ये सभी पाकिस्तानी बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने पाकिस्तानी आरोपियों से 287 जाली दस्तावेज भी जब्त किए हैं। इन्हीं की मदद से उन्होंने फर्जी कंपनियां बनाई थीं और 40 बैंकों में जाली खाते खोले थे। गिरफ्तारी के वक्त भी पुलिस ने आरोपियों से एक लाख 34 हजार यूरो की नकदी बरामद की है।
शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में दर्ज किया है कि इन पाकिस्तानियों ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से 180 बैंक खाते खोते थे। ये ज्यादातर बैंक खाते नकली कंपनियों के नाम पर खोले गए थे। पाकिस्तानी धोखेबाजों के इस संजाल ने साल 2019 से 2021 के बीच गैर कानूनी तरीके से 410 लाख यूरो की मनी लॉन्ड्रिंग की थी।
जर्मन पोर्टल डीडब्ल्यू न्यूज ने रिपोर्ट में आगे बताया कि पुलिस ने पाकिस्तानी आरोपियों से 287 जाली दस्तावेज भी जब्त किए हैं। इन्हीं की मदद से उन्होंने फर्जी कंपनियां बनाई थीं और 40 बैंकों में जाली खाते खोले थे। गिरफ्तारी के वक्त भी पुलिस ने आरोपियों से एक लाख 34 हजार यूरो की नकदी बरामद की है। फर्जीवाड़े के इस संजाल की खबरें फ्रांस और यूरोप के मीडिया में प्रकाशित हुई हैं। पाकिस्तान के हर तरह के रिकार्ड को देखते हुए पुलिस हर पहलू से जांच में लगी है।
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