बलात्कार का अभियुक्त दिलशाद जमानत होने के बाद पीड़िता के फोटो वायरल कर रहा था और अक्सर धमकी देता था. इससे तंग आकर पीड़िता के पिता निषाद ने उसकी हत्या का मन बनाया था. दिलशाद को पिछली पेशी पर भी मारने का प्रयास किया था मगर उस दिन वह गोरखपुर जनपद न्यायालय में अपने कुछ दोस्तों के साथ आया था. गत शुक्रवार को जब वह पेशी पर न्यायालय आया तब उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई.
शुक्रवार को उसके अधिवक्ता ने कोरोना की वजह से उसे जनपद न्यायालय के गेट पर ही मिलने के लिए कहा. जैसे ही वह अपने अधिवक्ता से मिलने पहुंचा. उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई. गोरखपुर पुलिस ने इस घटना के सम्बन्ध में ट्वीट कर के कहा कि "दिलशाद जिस नाबालिग लड़की को भगा ले गया था. उसी के पिता निषाद ने दिलशाद की हत्या की है. हत्या करने वाले निषाद को घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था." . आसपास ट्रैफिक ड्यूटी में लगे सिपाही और स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने निषाद को गिरफ्तार किया गया।
जानकारी के अनुसार दिलशाद हुसैन, बिहार के मुजफ्फरपुर जनपद का निवासी था. आरोप है कि 12 फरवरी 2021 को दिलशाद ने नाबालिग लड़की को अगवा कर लिया था. इस घटना के पांच दिन बाद पीड़िता के पिता ने एफआईआर दर्ज कराई थी. वर्ष 2021 के मार्च महीने में पुलिस ने दिलशाद को हैदराबाद से गिरफ्तार किया और नाबालिग लड़की को दिलशाद के कब्जे से मुक्त कराकर उसके परिजनों को सौंपा. गिरफ्तार होने के बाद दिलशाद जेल में बंद था. जमानत पर रिहा होने के बाद वह तारीख पर जनपद न्यायालय पहुंचा था। बताया जाता है कि निषाद बीएसएफ में थे। जमानत पर रिहा होने के बाद दिलशाद हुसैन ने उसका जीना दूभर कर दिया था. आस – पास में उसकी काफी बदनामी हो रही थी.
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