श्रीलंका की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था के चलते लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं चीन के कर्ज और कोरोना महामारी ने बाकी कसर पूरी कर दी है। देश में आवश्यक वस्तुओं के दाम इस कदर बढ़ चुके हैं कि बच्चों को एक वक्त का खाना नसीब नहीं हो पा रहा है। देश में खाद्य संकट गहराता जा रहा है, लोग भुखमरी का शिकार हो रहे हैं। आलम यह है कि मां अपने बच्चों से उपवास और रोजा का बहाना बनाने लगी है।
श्रीलंका की अर्थव्यवस्था के खाद्य वस्तुओं के दाम आसमान पर है, महंगाई अपने चरम पर है। हरी मिर्च का भाव श्रीलंका में 700 रुपये किलो पहुंच गया है तो वहीं सिर्फ जनवरी महीने में देश में खाद्य वस्तुओं के दाम में 15 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है। लोगों को ठीक से एक वक्त का खाना तक नहीं नसीब हो रहा है। राजधानी कोलंबो से सटे इलाके में रहने वाली फातिमा अरूज की कहानी दिल को दहला देती है। यह कहानी श्रीलंका में बिगड़ते हालात की एक तस्वीर पेश करता है।
फातिमा ने बताया कि देश में बढ़ती भुखमरी के संकट के बीच उसने अपने बच्चों को झूठ बोलकर शांत कराया है। फातिमा ने कहा कि उसने खाना न मिलने पर अपने बच्चों से कहा है कि यह रमजान का महीना चल रहा है इसलिए हम सबने उपवास रखा है। फातिमा ने कहा कि हमने अपने बच्चों को रमजान का महीना बता चुप कराया है इसलिए आप लोग कुछ भी मत बताइएगा।
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