दुनिया भर में कोरोना फैलाकर, लाखों की जान लेने के कथित दोषी चीन की हेकड़ी एक बार फिर सामने आई। उसने अब अमेरिका और कनाडा पर आरोप लगाया है कि उनकी वजह से उसके यहां ओमिक्रॉन ने दस्तक दी है। पता चला है कि बीजिंग में मिले ओमिक्रॉन के एक मामले की जांच से चीनी अधिकारियों ने पाया कि यह वेरिएंट कनाडा से वहां पहुंचे एक अंतरराष्ट्रीय दस्तावेज के माध्यम से गया है।
कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर तमाम तरह के अड़ंगे डालने वाला चीन महामारी के दौरान भी अपनी कुटिल चालों से बाज नहीं आया है। वही है जिसकी गलत जानकारी से लाखों की जाने गई और पूरी दुनिया जड़ हो गई। आज भी विभिन्न देश इस वायरस के प्रकोप को झेल रहे हैं। लेकिन अब यही चीन बीजिंग में जल्दी ही विंटर ओलंपिक्स शुरू करने जा रहा है। इससे ठीक पहले वहां देखे गए ओमिक्रॉन वेरिएंट से वह बौखलाया हुआ है।
बीजिंग में आगामी 4 फरवरी को शीतकालीन ओलंपिक का उद्घाटन होने जा रहा है। इसे देखते हुए वहां ओमिक्रॉन को फैलने देने से रोकने के प्रयास जोरों पर हैं। यही वजह है कि बीजिंग में स्वास्थ्य अधिकारियों ने इकलौते ओमिक्रॉन संक्रमण की 'ट्रेसिंग' की है।
इसकी आड़ में उसने सबसे पहले अमेरिका तथा कनाडा पर अपनी भड़ास निकाली है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये अमेरिका और कनाडा ही हैं जिन्होंने सबसे पहले बीजिंग ओलंपिक खेलों के कूटनीतिक बहिष्कार का फैसला लिया था। चीन का आरोप है कि कनाडा से बीजिंग पहुंची एक अंतरराष्ट्रीय डाक के माध्यम से ओमिक्रॉन चीन पहुंचा है। उसके अनुसार यह डाक अमेरिका तथा हांगकांग के रास्ते वहां पहुंची थी।
यह जानकारी चीन के मीडिया द्वारा प्रसारित की गई है। बताया यह भी गया कि चीन में मिला ओमिक्रॉन का 'स्ट्रेन' उत्तर अमेरिका तथा सिंगापुर में भी देखा गया है। उल्लेखनीय है कि बीजिंग में आगामी 4 फरवरी को शीतकालीन ओलंपिक का उद्घाटन होने जा रहा है। इसे देखते हुए वहां ओमिक्रॉन को फैलने देने से रोकने के प्रयास जोरों पर हैं। यही वजह है कि बीजिंग में स्वास्थ्य अधिकारियों ने इकलौते ओमिक्रॉन संक्रमण की 'ट्रेसिंग' की है। बताते हैं, बीजिंग से पहले ओमिक्रॉन का एक केस चीन के थ्येआनजिन में भी देखने में आया था।
बीजिंग स्थित 'सेंटर फॉर डिसीस कंट्रोल' का कहना है कि बीजिंग में जो ओमिक्रॉन से संक्रमित हुआ है उसे गत 11 जनवरी को एक पैकेट प्राप्त हुआ था। उस संक्रमित के अनुसार, उसने उस पैकेट को बाहर से तो छुआ ही था, उन कागजात में से पहले पन्ने को भी पढ़ा था। इसके बाद चीनी अधिकारियों ने दूसरे देशों से आए पैकेट के करीब 22 नमूने लिए और जांच की तो सभी को 'पॉजिटिव' पाया गया। जबकि बीजिंग के अधिकारियों के अनुसार, ओमिक्रॉन संक्रमित कहीं बाहर नहीं गया था।
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