एक नहीं, अनेक मौकों पर यह साफ हो चुका है कि जिस पाकिस्तान को अमेरिका ने अपने आतंकवाद विरोधी अभियान का साथी बनाया था, दरअसल वही आतंकवाद का दुनिया में प्रसार कर रहा है। पाकिस्तान में ही आतंकवादियों को शिविर हैं और वहीं आईएसआई उन्हें प्रशिक्षित करके भारत सहित दुनिया के विभिन्न देशों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भेजती है। अमेरिका के टेक्सास राज्य में यहूदी सिनेगॉग में यहूदी लोगों को बंधक बनाकर 'अल कायदा की मददगार' आफिया सिद्दीकी को रिहा करने की मांग करने वाला आतंकी मार डाला गया और उसके पाकिस्तान से होने का पता चला है।
इस घटना से पाकिस्तान की असलियत एक बार फिर से दुनिया के सामने उजागर हो गई है। अमेरिकी एजेंसी एफबीआई के अनुसार, सिनेगॉग में मारा गया संदिग्ध पाकिस्तानी पाकस्तिान की न्यूरोसाइंटस्टि को रिहा करने की मांग कर रहा था। यह वही महिला है जिसने अफगानस्तिान में अमेरिकी सैनिकों को मार डालने का षड्यंत्र रचा था। उल्लेखनीय है कि इस्लामाबाद भी कई माध्यमों के जरिए अमेरिका में कैद इस महिला को रिहा करने की गुहार लगा चुका है। पाकिस्तान के राजनीतिक और कट्टरवादी लॉबी में इस 'आतंक की मददगार' महिला की काफी पैठ बताई जा रही है।
आफिया अल कायदा के नजदीकी थी और अमेरिका से पाकिस्तान के अपने दौरों में आतंकी तत्वों से उसकी नजदीकी देखी गई थी। उसने ही अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों को मारने की कथित साजिश रची थी।
टेक्सास में यहूदी सिनेगॉग में घुसकर चार यहूदियों को बंधक बनाने वाला मोहम्मद सिद्दीकी नाम का आतंकी अमेरिकी अधिकारियों से 'अपनी बहन' आफिया सिद्दीकी को छोड़ने की मांग कर रहा था। इस वक्त आफिया कार्सवेल के नजदीक फेडरल मेडिकल सेंटर में बंद है।
आतंकी मोहम्म्द सिद्दीकी के साथ सिनेगॉग में करीब 10 घंटे के गतिरोध में आफिया के परिवार के वकील द्वारा मीडिया को बताया गया कि आफिया का उस आतंकी से कोई रिश्ता नहीं है। बताया गया है कि सिनेगॉग में घुसे आतंकी की पकड़ी गई आवाज में वह कह रहा था, कि 'मेरी बहन को फोन पर लाओ, मैं मरने वाला हूं।' आफिया परिवार के वकील मारवा एल्बियल के अनुसार, हमलावर का सिद्दीकी या उनके परिवार से कोई नाता नहीं था। सूत्रों के अनुसार आफिया अल कायदा के नजदीकी थी और अमेरिका से पाकिस्तान के अपने दौरों में आतंकी तत्वों से उसकी नजदीकी देखी गई थी। उसने ही अफगानिस्तान में अमेरिकी सैनिकों को मारने की कथित साजिश रची थी।
गतिरोध के दौरान विस्फोट और गोलियों की आवाजें सुनी गई थीं, जिसके फौरन बाद सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि सभी बंधक आजाद करा लिए गए हैं और सुरक्षित हैं। कार्रवाई में बंधक बनाने वाला मारा जा चुका है।
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